Rajasthan Politics: ``जिसको बड़ा नेता बनना है, वह पैर दबाएगी`, जानिए BJP प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने...
Rajasthan Politics: राजस्थान बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने एक ट्वीट किया जो कि इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. जानिए ये पूरा मामला क्या है?
Rajasthan Politics: राजस्थान बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ (Madan Rathore() कांग्रेस के नेताओं पर जमकर पलटवार कर रहे हैं. साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर उन्होंने एक वीडियो शेयर किया है जो अब जमकर वायरल हो रहा है.
मदन राठौड़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्वीट कर लिखा, ''राजस्थान विधानसभा में धरना दे रहे कांग्रेस के विधायक यह कह रहे हैं कि "जिसको बड़ा नेता बनना है, वह पैर दबाएगी" !! नारीशक्ति के प्रति कांग्रेस के नेताओं की यह सोच शर्मनाक और निंदनीय है. लगता है लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ नैतिक मूल्य भी कांग्रेसी विधायक भूल गए हैं.''
क्या है पूरा मामला
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने लोक अभियोजकों की नियुक्ति का मुद्दा सदन में उठाया था. इस दौरान उन्होंने कहा था, '' CRPC 30 जून को देश में समाप्त हो चुका है. 1 जुलाई से भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता लागू हो चुकी है, लेकिन 12 जिलों में राजस्थान सरकार के विधि सचिव की ओर से राजकीय अधिवक्ता नियुक्त किए गए हैं, जो CRPC की धारा 24 (2) के तहत है. यह नियुक्ति जबकि BNSS की धारा 18 के तहत होनी चाहिए थी. मामले पर सरकार का जवाब आना चाहिए था. राज्य सरकार संविधान के नियम 256 के तहत बाध्य है कि भारत सरकार के कानूनों का पालन करेगी.''
जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मामले को लेकर कहा कि ये मुद्दा सरकार के संज्ञान में आ गया है लेकिन, इस पर राज्य सरकार से कांग्रेस विधायकों ने जवाब की मांग की. नियमों का हवाला देकर स्पीकर ने इससे इनकार कर दिया. देवनानी और कांग्रेस विधायक इसके बाद आमने-सामने हो गए. जिसके बाद कांग्रेस विधायक लगातार हंगामा करते रहे.
इसके बाद सरकार की ओर से मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कहा, '' राजस्थान विधानसभा के सदस्य मुकेश भाकर द्वारा आज आसन की तरफ उंगली उठाकर जो अभद्र व्यवहार किया गया है उसके लिए उन्हें वर्तमान सत्र की बैठकों से निलंबित किया जाए मैं प्रस्ताव रखता हूं .''
मामले को लेकर अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि मुकेश भाकर को सदन से निलंबित किया जाता है. इसके बाद सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई. सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई तो कांग्रेस विधायक वहां मौजूद रहे. उनसे बाहर जाने के लिए कहा गया तो वह नहीं गए. मार्शल को इसके बाद उन्हें बाहर निकालने के लिए कहा गया. मामला इतना गर्म हो गया कि भाकर को कांग्रेस विधायकों ने घेरे में ले लिया और मार्शलों को उन्हें बाहर ले जाने से रोका गया. इस दौरान महिला विधायकों ने आरोप लगाया कि मार्शलों ने उनके साथ बुरा व्यवहार किया है. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि भाजपा के विधायक कानून व्यवस्था को तार-तार करने का कार्य कर रहे हैं. इसलिए हम सदन में बैठेकर धरना दे रहे हैं.