Rajasthan News: कोटा में कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद पार्टी नेताओं पर हुई एफआईआर को लेकर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सवाल उठाए हैं. पायलट ने कहा कि राजस्थान में बिजली-पानी के जो हालात हमें दिखते हैं. वो बेहद खराब है. मूलभूत सुविधाओं को भी मुहैया कराने में सरकार नाकाम दिख रही है. पायलट ने कहा कि पॉलिटिकल पार्टी परमिशन लेने के बाद अपना आंदोलन कर रही है जो बिजली-पानी के लिए था. बजाय इसके कि जनता को राहत दे, सरकार तो नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष पर कार्रवाई करने के लिए एफआईआर दर्ज करा रही है. 


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भजनलाल सरकार की कार्यशैली पर खड़े किए सवाल 
कांग्रेस नेताओं पर हुई एफआईआर को लेकर पायलट बोले कि यह गलत है. हमने जो बात रखी, उस पर संज्ञान लेकर सरकार को सुविधा देने का काम करना चाहिए. पायलट ने कहा कि हम अपने विरोधियों पर कार्रवाई करें, ऐसा सरकार में कभी माहौल नहीं रहा और यह होना भी नहीं चाहिए. पायलट ने कहा कि सरकार का जो काम करने का तरीका है, उससे सवालिया निशान खड़े होते हैं. 



कांग्रेस नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज
कोटा में कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद कोटा पुलिस ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कुल दो FIR दर्ज की है. एक FIR, PCC चीफ गोविंद डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, हिंडोली विधायक अशोक चांदना, केशोरायपाटन विधायक सी एल प्रेमी, पीपल्दा विधायक चेतन पटेल और अन्य के खिलाफ नयापुरा थाने में दर्ज की गई है, जिसकी जांच CID-CB द्वारा की जाएगी. वहीं, दूसरी FIR हैड कांस्टेबल शेर सिंह द्वारा दर्ज करवाई है, जिसमे शेर सिंह ने बताया कि उसकी ड्यूटी नयापुरा अदालत चौराहे पर थी, जहां लगभग 2 हजार लोगों की भीड़ उनकी तरफ आई, जिसे रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन तभी कुछ लोगों ने उसकी पीठ पर मुक्का मार दिया. उसके साथ छीना झपटी की और उसकी वर्दी खींच डाली. जिसमे मुख्य रूप से कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल, शहर जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी, देहात जिला अध्यक्ष भानु प्रताप, पूर्व कांग्रेस विधानसभा प्रत्याशी नईमुद्दीन गुड्डू, सरपंच मोइजुद्दीन गुड्डू, डिप्टी मेयर पवन मीणा, सहित कुल 16 लोगों को नामजद किया गया है. 


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