Rajasthan Politics : सीएम अशोक गहलोत ने फिर एक बार सचिन पायलट को आड़े हाथों लिया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी ऑफिस में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को लेकर बैठक बुलाई गयी थी.


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नए बने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंघावा की मौजूदगी में सभा हुई. लेकिन सचिन पायलट मीटिंग में शामिल नहीं हुए. जिस पर सीएम गहलोत ने कहा कि बैठक में जो नहीं आए, वो प्रभारी के संदेश से समझ जाएंगे. 


कुल मिलाकर ये कहें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद से राजस्थान कांग्रेस में दिख रही शांति ज्यादा दिनों तक रहेगी, इसकी उम्मीद कम है. 


सीएम गहलोत ने कहा कि प्रभारी और ऑब्जर्वर की मौजूदगी के बाद भी नेता नहीं आ रहे हैं ये गंभीर बात है. सीएम ने कहा कि पीसीसी का विस्तार,टिकट वितरण होना है. ऐसे में सारी बातें ध्यान में रखी जाएगी.


इधर प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंघावा ने ये कह कर अपनी नाराजगी जता दी कि, हर नेता को मीटिंग में आना होगा. रंधावा ने कहा कि मंत्रियों और विधायकों को उसकी परफोर्मेंस के आधार पर ही टिकट मिलेगा...


रंधावा ने कहा की चुनावी साल है और ऐसे में मंत्रियों की परफोर्मेंस ही मायने रखेगी. चार साल में जो किया है, वो ही देखा जाएगा. रंधावा ने कहा कि हर मंत्री का काम देखा जाएगा.


रंधावा यहीं नहीं रुके और सीएम गहलोत से कहा कि आप नरम है. हमें थोड़ी सख्ती बरतनी होगी. रंधावा ने कहा - देखिए कोई भी घर या फिर कोई भी देश बिना सख्त फैसले लिए नहीं चल सकता है. हम लचीला नहीं आने देंगे और सख्ताई बरतेंगे.


रंधावा से जब राजस्थान में मंत्रिमंड़ल में कोई फेरबदल होने के बारे में पूछा गया तो वो बोले की किसी मंत्री और विधायक की परफोर्मेंस जीरो है तो टिकट देकर क्या करेंगे.


पीटीआई के मुताबिक, 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान की तैयारी बैठक में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जिला समन्वयक नियुक्त हुए हैं. ये समन्वयक जिलों में प्रभारी मंत्री से बात करेंगे और प्रत्येक प्रखंड में एक-एक समन्वयक बनेगा. कांग्रेस के नेता हर बूथ का दौरा करेंगे और लोगों को राज्य सरकार की प्रमुख योजनाओं के लाभों से अवगत कराएंगे