Rajasthan News: कल शीतला अष्टमी देश भर में जोर शोर के साथ मनाई जाएगी. सुबह से ही महिलाएं नवीन वस्त्र धारण कर मां शीतला को भोग लगाती हुई दिखाई देंगी. इस मौके पर राजधानी जयपुर के सबसे बड़े चाकसू शील डूंगरी पर लगने वाला 2 दिवसीय वार्षिक लक्खी मेला आज शाम से शुरू हो गया है, जो कल सुबह तक परवान पर रहेगा. 


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इसके साथ ही यहां मेले को लेकर मन्दिर ट्रस्ट समिति और प्रशासन की ओर से चाकचौबंद व्यवस्था की गई है. यहां लगने वाला वार्षिक लक्खी मेला सांस्कृतिक संगम और सामाजिक समरसता का संदेश देता है. यहां श्रद्धालुओं को माता के दर्शन करने में किसी तरह की परेशानी न हो और हर गतिविधियों पर नजर रखने के लिए करीब 350 पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं.


मंदिर और मेला परिधी क्षेत्र में करीब 80 सीसीटीवी कैमरे लगाकर मॉनिटरिंग की जा रही है. मेला परिधी क्षेत्र में शांति व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन की ओर से मेला की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी संख्या में पुलिस सुरक्षा बल के साथ सेक्टर प्रभारी तैनात किए हैं. यहां हर साल लाखों श्रद्धालु माता की चौखट पर मत्था टेकने आते हैं और मनोकामना मांगते हैं. 



आज घरों में रांधा पुआ पर्व मनाया जा रहा है, जिसमें माता को भोग अर्पण करने के लिए कई तरह के पकवान बनाए जा रहें है. इसमें राबड़ी पुआ-पापड़ी भोग के लिए विशेष मानी जाती है. कल सुबह माता को ठंडे पकवानों का भोग लगाने के साथ ही प्रत्येक घर का सदस्य उसी ठंडे बासी भोजन को ग्रहण करते हैं. 


चैत्र कृष्णा अष्टमी को शीतला माता का पूजन करके उन्हें रिझाया जाता है. शीतला माता का मुख्य और प्रसिद्ध मेला चाकसू से तीन किलोमीटर दूर शीलकी डूंगरी पर स्थित पहाड़ी पर बने माता के मंदिर पर लगता है. 


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