Rajasthan Weather News : जयपुर का तापमान 33 डिग्री तक पहुंचा, शहरों में पानी की कमी, 12 एमएलडी सप्लाई बढाई
Rajasthan Weather : राजस्थान में गर्मी ने अपना असर दिखाने लगा है. जयपुर का तापमान 33 डिग्री तक पहुंच गया है, ऐसे में पानी की डिमांड भी अब बढ़ने लगी है. जिसके चलते जलदाय विभाग ने 12 एमएलडी पेयजल सप्लाई बढाई है
Rajasthan Weather News : जयपुर में बढ़ती गर्मियों को देखते हुए जलदाय विभाग ने बीसलपुर बांध से पेयजल सप्लाई बढा दी है. पीएचईडी ने 12 एमएलडी पेयजल सप्लाई बढाई है. गर्मियों में डिमांड पर पीएचईडी ने यह निर्णय लिया है. इसके साथ साथ मई और जून में भी आवश्यकता अनुसार सप्लाई बढ़ाई जाएगी.
505 एमएलडी पानी पहुंच रहा जयपुर तक
बीसलपुर को जयपुर की लाइफ लाइन कहा जाता है, क्योंकि इसी बांध से राजधानी में पेयजल सप्लाई होती है. जयपुर का तापमान 33 डिग्री तक पहुंच गया है, ऐसे में पानी की डिमांड भी अब बढ़ने लगी है. जिसके चलते जलदाय विभाग ने 12 एमएलडी पेयजल सप्लाई बढाई है
अब तक जयपुर में 493 एमएलडी पेयजल सप्लाई हो रहा था,लेकिन सप्लाई बढाने के बाद 505 एमएलडी पानी जयपुर तक पहुंचना शुरू हो गया है.जयपुर रीजन सैकंड के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अमिताभ शर्मा का कहना है कि मई में तापमान और बढ जाएगा.ऐसे में मई में 10 एमएलडी सप्लाई और बढाए जाएगी.जून में भी आवश्यकता के अनुसार पेयजल सप्लाई बढेगी.
बीसलपुर का गणित समझे
बीसलपुर बांध में फिलहाल 45 प्रतिशत पानी ही बचा है.जलस्तर 311.82 आरएल मीटर से नीचे चला गया है. बीसलपुर बांध से जनवरी 2025 तक का पानी बचा है.बांध जयपुर समेत चार जिलों की लाइफ लाइन कहा जाता है. बीसलपुर बांध 16 साल में 12 बार खाली रहने और 2 बार सूखने की स्थिति में रहा. बीसलपुर से रोजाना 9950 लाख लीटर पानी निकाला जा रहा है. अप्रैल से रोजाना 11,100 लाख लीटर पानी की डिमांड होगी. इसमें से 7250 लाख लीटर जयपुर को, 3250 लाख लीटर अजमेर और 600 लाख लीटर पानी टोंक को सप्लाई करना पडेगा.
अंतिम छोर पर पहुंच पाएगी राहत?
बडा सवाल ये है क्या अंतिम छोर तक पीने का पानी पहुंच पाएगी. जयपुर नार्थ में झोटवाडा,आमेर इलाके में सबसे ज्यादा समस्या रहती है.इसके अलावा साउथ में जगतपुरा क्षेत्र में समस्या आम है.इसलिए क्या अंतिम छोर तक पीने का पानी पहुंच पाएगा. क्योंकि तापमान बढने के साथ साथ डिमांड बढ जाती है. जयपुर में पीआरएन,जगतपुरा के दूसरे फेज में करीब 5 लाख लोग जोडे जा रहे है. ऐसे में पानी की डिमांड बढ़ती जा रही है, लेकिन स्टोरेज नहीं, इसलिए गर्मियों में पानी की दिक्कत आ सकती है.