Rajasthan Weather : प्रदेश में दिसंबर महीना खत्म होने जा रहा है, इसके बावजूद प्रदेश में कड़ाके की सर्दी महसूस नहीं हो रही है.सर्दी अधिक नहीं होने का मुख्य कारण एक के बाद एक आ रहे पश्चिमी विक्षोभ है.राजस्थान में सर्दी का महीना नवंबर से लेकर फरवरी तक का होता है.वहीं सर्दी के महीने नवंबर - दिसंबर में एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिल रहा है.जिससे प्रदेश के मौसम में परिवर्तन  बना हुआ है. तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. मौसम विज्ञान केंद्र ने घने कोहरे को लेकर प्रदेश के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी कर है.


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तापमान में लगातार गिरावट दर्ज


दिसंबर महीने के दूसरे सप्ताह के साथ ही प्रदेश के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज हो रही थी.लेकिन इस दौरान एक नया पश्चिमी विक्षोभ का प्रदेश में प्रवेश हुआ.जिससे मौसम में बदलाव देखने को मिला.राज्य के उत्तरी, पूर्वी भागों में आगामी 2-3 दिन कहीं-कहीं घना कोहरा छाने की संभावना बनी हुई है. 


 मौसम में देखने को मिलेगा बदला


कल से एक नया पश्चिमी विक्षोभ प्रदेश में प्रवेश करेगा जिससे प्रदेश के मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा.मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार भरतपुर,धौलपुर,झुंझुनू, बीकानेर,चूरू पाली के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है की इन सभी जिलों में घना कोहरा छाने की संभावना बनी हुई है.


 प्रदेश के तापमान की बात की जाए तो अधिकतम और न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है.माउन्ट आबू,फतेहपुर का न्यूनतम तापमान 3 डिग्री के करीब दर्ज किया गया.वहीं सीकर का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री दर्ज हुआ.वनस्थली पिलानी का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री के करीब दर्ज किया गया. 


इसी के साथ बाड़मेर का अधिकतम तापमान 29.4 डिग्री दर्ज रहा तो जालौर का अधिकतम तापमान 28.1 डिग्री दर्ज हुआ.बीकानेर,फलोदी, जोधपुर, डूंगरपुर का अधिकतम तापमान 27 डिग्री के करीब दर्ज किया गया.प्रदेश के अधिकांश जिलों में सुबह घना कोहरा छाया रहा जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.मौसम विभाग की माने तो आने वाले एक-दो दिन सर्दी का असर ज्यादा रह सकता है.पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से आसमान में बादल छाए रहने के कारण तापमान में एक बार फिर वृद्धि दर्ज होने की पूरी संभावना है.