Jaipur: जाता हुआ मानसून प्रदेशवासियों को राहत देता हुआ नजर आ रहा है. प्रदेश में मानसून के प्रवेश के साथ ही कभी मानसून की बेरुखी तो कमी झमाझम बारिश ने मिलाजुला असर दिखाया लेकिन बीते 5 दिनों से प्रदेश के अधिकतर जिलों में मानसून की झमाझम बारिश ने ना सिर्फ लोगों को राहत दी है. साथ ही दम तोड़ते हुए जलाशयों को एक नई संजीवनी भी दी है. इसके साथ ही आने वाले सप्ताह में मानसून के लिहाज से काफी राहत भरा हो सकता है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मौसम विभाग (Weather Department) के अनुसार वर्तमान में छत्तीसगढ़ और आसपास के उड़ीसा क्षेत्र के ऊपर एक अत्यंत कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके चलते अगले 48 घंटों में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश से होते हुए पूर्वी राजस्थान की ओर आगे बढ़ने की संभावना है. इस नए सिस्टम का असर 15 सितंबर से पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में शुरू होगा. इस दौरान पूर्वी राजस्थान के ज्यादातर भागों में आगामी चार-पांच दिन मानसून सक्रिय रहने की पूरी संभावना है. 16 और 17 सितंबर को इस सिस्टम का सबसे ज्यादा असर देखने को मिल सकता है. इस दौरान कोटा और उदयपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी और अति भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं जयपुर, भरतपुर और अजमेर संभाग के जिलों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है. 


यह भी पढ़ेंः Rajasthan के इन जिलों में आज होगी मानसून की सबसे ज्यादा बारिश! ऑरेंज अलर्ट हुआ जारी


पश्चिमी राजस्थान (West Rajasthan) के जोधपुर और बीकानेर संभाग के जिलों में इस सिस्टम का असर 17, 18 और 19 सितंबर को सबसे ज्यादा रहने की संभावना है. इस दौरान ज्यादातर भागों में मेघगर्जन के साथ बारिश होगी. जोधपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी और एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की भी संभावना मौसम विभाग ने जताई है. साथ ही, बीकानेर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना बनी हुई है. 


मौसम को लेकर मौसम विभाग की ओर से आने वाले 5 दिनों का अलर्ट जारी किया है. इस दौरान जहां करीब 1 दर्जन जिलों में मौसम विभाग की ओर से येलो अलर्ट जारी किया गया है तो वहीं आठ जिलों में इस दौरान ऑरेंज अलर्ट भी मौसम विभाग की ओर से जारी किया गया है. ऐसे में आने वाला समय मानसून के लिहाज से काफी राहत देने वाला हो सकता है.