राजसमंद DTO में अब नहीं बनेंगे फर्जी लाइसेंस ! शिकायत पर परिवहन विभाग ने कराई जांच
Rajsamand News: 27 अप्रैल को जी मीडिया ने राजसमंद जिला परिवहन कार्यालय में फर्जी दस्तावेजों से ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जाने का खुलासा किया था. इस मामले को लेकर 22 अप्रैल 2024 को भ्रष्टाचार उन्मूलन संघर्ष समिति रेलमगरा के कन्नु टांक नामक व्यक्ति द्वारा शिकायत की गई थी.
Rajsamand News: 27 अप्रैल को जी मीडिया ने राजसमंद जिला परिवहन कार्यालय में फर्जी दस्तावेजों से ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जाने का खुलासा किया था. इसके बाद परिवहन विभाग ने मुहर लगाते हुए इस मामले की जांच के लिए मुख्य सचिव कार्यालय को भेज दिया है. इसके साथ ही, संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
मीडिया ने 'मणिपुर के लाइसेंस, राजसमंद में जारी' शीर्षक के साथ बताया कि जी मीडिया ने 27 अप्रैल को परिवहन विभाग के राजसमंद जिला परिवहन कार्यालय में हो रहे गड़बड़झाले का खुलासा किया. उसके बाद परिवहन विभाग ने इस मामले में जांच की शुरुआत की.
जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि शिकायत में बताए गए ड्राइविंग लाइसेंस में सही दस्तावेज अपलोड नहीं हैं. इस मामले को लेकर 22 अप्रैल 2024 को भ्रष्टाचार उन्मूलन संघर्ष समिति रेलमगरा के कन्नु टांक नामक व्यक्ति द्वारा शिकायत की गई थी.
परिवहन मुख्यालय ने उदयपुर RTO से पूरे मामले की जांच कराई है. शिकायत में यह आरोप लगाया गया था कि जिला परिवहन अधिकारी डॉ. कल्पना शर्मा द्वारा राज्य से बाहर मेवात क्षेत्र के विशेष समुदायों के लाइसेंस बनाए जा रहे हैं. इनमें लगाए जा रहे सभी दस्तावेज फजी हैं और साथ में लगाए जा रहे शपथ पत्र भी सही नहीं हैं.
राजसमंद जिला परिवहन कार्यालय को लेकर शिकायत में यह भी लिखा गया था कि यहां फर्जी चाेरी की गाड़ियों का पुन: पंजीयन बनवीर नामक कर्मचारी की आईडी में किया जाता है. लेकिन परिवहन मुख्यालय ने शिकायत के इस हिस्से को लेकर लिखा है कि जांच रिपोर्ट में टैक्स चोरी का प्रकरण सामने नहीं आया है. शिकायतकर्ता द्वारा वाहनों का विवरण नहीं दिए जाने से इस मामले की जांच नहीं हो सकी है. वहीं कार्मिक सुदर्शन भटनागर के रोज 3 बजे कार्यालय से चले जाने के बारे में आरटीओ उदयपुर द्वारा अलग से जांच कराई जा रही है.