Ram Mandir: अयोध्या में बन रहे भव्य और एतिहासिक राम मंदिर के निर्माण की नींव बड़े और लम्बे संघर्ष का फल है. अयोध्या में करीब 31 साल पहले कार सेवकों ने बाबरी ढांचा ढहाया था. ऐसे में  41 कार सेवकों का रविवार को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की बेला पर अभिनंदन किया गया. इस मौके पर RSS के क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम ने कहा कि आज सैकड़ों साल की त्याग तपस्या के बाद राम जन्म भूमि की प्राण प्रतिष्ठा का सुनहरा अवसर देखने को मिला है. कार सेवकों एवं सभी भारतीयों का बरसों पुराना सपना अब पूरा होगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जयपुर के एमआई रोड पर चैम्बर भवन में केशव नवनीत की ओर से "कार सेवक अभिनंदन" समारोह रखा गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम ने कहा कि, कार सेवकों के संघर्ष त्याग और बलिदान के कारण ही यह क्षण आज आया है. आज प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है , जो सांस्कृतिक एकता का केंद्र बनेगा. न केवल भारत के कोने - कोने में बल्कि विश्वभर में राम लला की स्थापना को लेकर उत्साह है.


 संघ के वरिष्ठ प्रचारक और पाथेयकण के प्रकाशक माणकचंद ने कहा कि जन्मभूमि का पुनर्निर्माण हमारे गौरवशाली इतिहास का पुनरावलोकन है. राम भक्तों के सतत सहयोग से ही यह सपना साकार हो पाया है. कार्यक्रम के आयोजक रामचरण बड़ाया ने बताया कि, समारोह में 41 कार सेवकों का सम्मान किया गया. जिन्होंने कार सेवा में हिस्सा लेकर राम मंदिर निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. सह प्रांत संघ चालक हेमंत सेठिया ने उपस्थित लोगों को अपने कर्तव्य का पालन करने का सुझाव दिया.


कार सेवकों ने संस्मरणों और यादों को किया सांझा


कार्यक्रम दौरान कार सेवकों ने राम जन्मभूमि से जुड़े आंदोलन के बीच अपनी यादें भी जनता से साझा की. कार सेवकों ने बताया कि, किन परिस्थितियों में वो सारी बाधाएं पार कर अयोध्या पहुंचे. इस दौरान उन्हें पुलिस की लाठियां और अन्य यातनाएं भी झेलनी पड़ी, लेकिन 'रामकाज कीनै बिनु मोहि कहां विश्राम' के तर्ज पर धुन सवार थी. यूपी पुलिस की गोलियां भी नहीं रोक पाई और कुछ ही घंटों में बाबरी का ढांचा ढहा दिया. इसके बाद हाथों हाथ चबूतरा बनाकर रामलला को विराजमान किया. फिर रामलला भव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं. 


कार्यक्रम में डिप्टी मेयर  पुनीत कर्णावत,  सह प्रांत संघ चालक हेमंत सेठिया, आरसीसीआई अध्यक्ष, डॉ. केएल जैन ने भी अपने विचार प्रकट किए. राम भजन एवं जय श्री राम के जयकारे के बीच इन कार सेवकों काअभिनंदन हुआ. कार सेवकों को मोमेंटो, प्रशस्ति पत्र और राम नाम का दुपट्टा पहनाकर अभिनंदन किया गया.


इन 41 कार सेवकों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम में डॉ अखिल शुक्ला पवन शर्मा, दामोदरदास मोदी, जितेंद्र श्रीमाली, कैलाश नाथ भट्ट, चंद्र मनोहर बटवाडा, चमन लाल तंवर, दिनेश खंडेलवाल, राजेंद्र प्रसाद, रतन सिंह चौधरी, सुरेंद्र कुमार बज, मनोज ओझा, सुरेश पारीक, राजेश तांबी, महेश खूटेटा, राजेंद्र खंडेलवाल, मुकेश सैनी, अरविंद खूटेटा, अवनीश कुमार दीक्षित, प्रताप राव, अशोक विजयवर्गीय, कैलाश चंद्र सोनी,घनश्याम तांबी, रमेश जांगिड़, अश्विनी शर्मा, राजेंद्र खंडेलवाल, विष्णु शर्मा, धरणीधर पारीक, विजय कुमार जेसल्या, नंदलाल डागर, प्रवीण राव, बाबूलाल लांबा, राजकुमार खंडेलवाल, बाबूलाल शर्मा, सत्यनारायण गुप्ता हरिमोहन गुप्ता, डॉ विजय दया तथा डॉक्टर सीमा दया का सम्मान किया गया.