Jaipur: आरएएस प्रारंभिक परीक्षा (RAS Pre Exam 2021) का नतीजा रद्द कर दिया गया है. अब इस मामले को लेकर आरपीएससी (RPSC) में हाई कोर्ट के डीबी में जाने को लेकर मंथन चल रहा है. अगर आरपीएससी डिवीजन बेंच में जाती है. तो अभ्यर्थियों के पास भी विकल्प है. एडवोकेट राम प्रताप सैनी बोले कि अभ्यर्थियों की तरफ से कोर्ट में कैविएट लगाई जाएगी. इस मुद्दे पर कोर्ट में कोई भी मामला आने पर अभ्यर्थियों का पक्ष भी सुने जाने का आग्रह होगा. अभ्यर्थी तर्कों और तथ्यों के आधार पर अपनी बात रखेंगे. 


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हम आपको बता दें कि 27 अक्टूबर 2021 को आयोजित की गई इस परीक्षा में 386000 अभ्यर्थियों ने उपस्थिति दर्ज करवाई थी. 19 नवंबर 2021 को परिणाम जारी किया गया था .  20102 अभ्यर्थी हुए थे प्री परीक्षा में सफल घोषित हुए थे. परिणाम रद्द किए जाने से मुख्य परीक्षा पर भी संकट के बादल गहरा गए है. आर ए एस मुख्य परीक्षा (RAS Main Exam 2021) भी अब स्थगित हो सकती है.


आरएएस भर्ती की प्रारंभिक परीक्षा (RAS Recruitment Preliminary Exam) को रद्द करने से जुड़े मामले में आरपीएससी (RPSC) की ओर से एकलपीठ के आदेश को चुनोती देने की कवायद मामले में ली जा रही है. विधिक सलाह हालांकि अभी तक नहीं मिली है. एकलपीठ के आदेश की कॉपी आदेश की कॉपी मिलने के बाद ही अपील दायर करने पर निर्णय हो पाएगा.


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RAS अभ्यर्थियों के समर्थन में अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje On RAS Exam 2021) और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा समेत विपक्ष और सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि भी सरकार से भर्ती परीक्षा आगे बढ़ाने की मांग कर रहे थे. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा था कि पाठ्यक्रम में हुए बदलाव की वजह से अभ्यर्थियों को तैयारी के लिए और समय दिया जाना चाहिए. ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द अपनी हठधर्मिता को छोड़ मुख्य परीक्षा आगे बढ़ानी चाहिए.