Rajasthan- RAS भर्ती परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाने की मांग को लेकर छात्रों का धरना- प्रदर्शन लगातार सातवें दिन भी जारी है. धूप सर्दी कोहरा,, सबके बीच  भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी राजस्थान यूनिवर्सिटी में धरने पर बैठे हैं.   प्रदेश सरकार के सभी नेताओं से मुलाकात और आश्वासन के बाद  भी जब कोई रास्ता नहीं निकल रहा तो अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर राजस्थान यूनिवर्सिटी के मेन गेट पर धरना देकर बैठे हुए हैं. साथ ही धरना स्थल पर ही अभ्यर्थियों ने भगवान राम की आरती करनी शुरू कर  दी.  रोज शाम 12 से ज्यादा अभ्यर्थी मिलकर भगवान राम की प्रतिमा के सामने आरती कर अपनी अर्जी लगा रहे हैं.


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 पिछले 7 दिनों से धरने पर बैठे है अभ्यार्थी


भाजपा के कई दिग्गज नेता और कैबिनेट मंत्री भी धरना स्थल पर जाकर उन्हें जल्द कोई समाधान निकालने  का आश्वासन दे चुके है लेकिन, उसके बावजूद भी कोई रास्ता नहीं निकल अब तक नहीं निकल पाया है .  इससे परेशान अभ्यर्थियों ने अनशन शुरू कर दिया.अभ्यर्थियों का डर है कि तिथि आगे नहीं बढ़ने से जो समय दिया गया है, उसमें भी एक-एक दिन कम होता जा रहा है, हालांकि तिथि बढ़ाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे अभ्यर्थी अब आर पार की लड़ाई को लेकर मैदान में उतरे हुए है. इनमें से कई छात्र अनशन पर भी है और जब तक परीक्षा की तिथि को आगे नहीं बढ़ाया जाता तब तक धरना प्रदर्शन नहीं खत्म करने की चेतावनी भी है.


सब्र का बांध अब टूटता  जा रहा है- RAS अभ्यर्थी


पिछले 7 दिनों से धरने पर बैठे अभ्यर्थियों का  अब सब्र का बांध अब टूटता  जा रहा है. अभी भी अभ्यर्थी धरना प्रदर्शन के साथ अनशन पर है. उनका कहना है जब तक आरएएस मुख्य परीक्षा की तिथि आगे नहीं बढ़ाई जाती तब तक अभ्यर्थी अनशन करते रहेंगे. ऐसे में कड़ाके की सर्दी के बीच भूखे प्यासे  बैठे अभ्यर्थियों की अब कोई सुनवाई करने वाला नजर नहीं आ रहा. भाजपा के कई दिग्गज नेता धरना प्रदर्शन पर जाकर अभ्यर्थियों से रूबरू हो चुके है  और उन्हें कई बार आश्वासन भी दिया है. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, कृषि मंत्री डॉ किरोडी लाल मीणा भी धरना प्रदर्शन के दौरान राजस्थान यूनिवर्सिटी के मुख्य द्वार पर जाकर इन अभ्यर्थियों से मुलाकात कर तिथि आगे बढ़ने का आश्वासन दे चुके है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकलने से अभ्यर्थी काफी परेशान हैं.


सरकार को अब भी छात्रों पर दया नहीं आती


धरना प्रदर्शन कर रहे हैं अभ्यर्थियों का कहना है कि, जिस तरह प्रदर्शन में कड़ाके की सर्दी के दौरान हमारे कई साथी घायल हो गए है. दिन -  रात कड़ाके की सर्दी  में धरने पर बैठे रहने के कारण  कई साथी बीमार हो रहे हैं. कुछ अस्पताल में भर्ती हैं. ऐसे में क्या सरकार को अब भी छात्रों पर दया नहीं आती. क्या कोई बड़ा हादसा होने के बाद ही सरकार हमारी ओर ध्यान देगी.


छात्रों का कहना है कि, हम तो धरने पर बैठे हैं. हमारी कोई बहुत बड़ी मांग नहीं है. सिर्फ परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाना है, जो सरकार आसानी से कर सकती है लेकिन, फिर भी जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मानेगी तब तक हम धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे .