RPSC RAS Exam: RAS Pre परीक्षा परिणाम रद्द, मुख्य परीक्षा की भी बदल सकती है तारीख
RAS प्रारंभिक परीक्षा परिणाम को रद्द किया गया है. हाईकोर्ट ने प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम को रद्द किया है. साथ ही विवादित पांच प्रश्नों को विशेषज्ञ कमेटी के समक्ष भेजा है. जस्टिस महेंद्र गोयल ने ये आदेश दिए है.
Jaipur: RAS प्रारंभिक परीक्षा परिणाम को रद्द किया गया है. हाईकोर्ट ने प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम को रद्द किया है. साथ ही विवादित पांच प्रश्नों को विशेषज्ञ कमेटी के समक्ष भेजा है. जस्टिस महेंद्र गोयल ने ये आदेश दिए है. अंकित कुमार शर्मा और अन्य की याचिका पर ये आदेश दिए है. याचिका में उत्तर कुंजी के कुछ जवाबों को गलत बताया गया था. याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता रामप्रताप सैनी ने पक्ष रखा. वहीं, आयोग की ओर से अधिवक्ता अमित लुभाया ने पक्ष रखा है. एग्जाम रद्द होने की खबर मिलने के बाद RAS Mains परीक्षा को स्थगित करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी खुशियां मनाते नजर आए. आपको बता दें कि कल सीएम गहलोत की परीक्षा रद्द नहीं होने की घोषणा के बाद से अभ्यर्थी आमरण अनशन पर बैठ गये थे.
राज्य सरकार की ओर से 988 पदों पर निकाली गई आरएएस भर्ती परीक्षा को लेकर 27 अक्टूबर 2021 को प्री परीक्षा का आयोजन किया गया था जिसका परिणाम 17 नवम्बर 2021 को जारी हुआ. आयोग ने मुख्य परीक्षा के लिए 20 हजार 102 अभ्यर्थियों को पात्र माना. बता दें कि आरएएस 2021 भर्ती में राज्य सेवा के 363 और अधीनस्थ सेवा के 625 पद (कुल 988) हैं. प्री परीक्षा का परिणाम जारी होने के बाद आयोग ने 23 नवंबर को मेंस परीक्षा का सिलेबस जारी कर दिया. वहीं 25 और 26 फरवरी 2022 मुख्य परीक्षा की तारीख घोषित कर दी थी. वहीं, आरपीएससी के हवाले से कहा गया कि परीक्षा कैलेंडर के अनुसार नियत तिथि पर ही करवाई जा रही है.
मामले पर आरपीएससी का क्या था कहना ?
हाल में राजस्थान लोक सेवा आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष संजय कुमार श्रोत्रिय ने एक इंटरव्यू में कहा कि आरएएस मेंस सहित अन्य परीक्षाओं के लिए तारीखें निर्धारित हैं जिनका आयोजन तय समय पर ही किया जाएगा.
अभ्यर्थियों को मिला पूर्व सीएम, विधायकों और राज्यसभा सांसद का साथ
RAS अभ्यर्थियों के समर्थन में अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा समेत विपक्ष और सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि भी सरकार से भर्ती परीक्षा आगे बढ़ाने की मांग कर रहे थे. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा था कि पाठ्यक्रम में हुए बदलाव की वजह से अभ्यर्थियों को तैयारी के लिए और समय दिया जाना चाहिए. ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द अपनी हठधर्मिता को छोड़ मुख्य परीक्षा आगे बढ़ानी चाहिये.
वहीं राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कहीं RAS परीक्षा में भी सरकार रीट की तरह धांधली का कोई खेल तो नहीं कर रही. इसके अलावा बहरोड़ से विधायक बलजीत यादव ने मुख्यमंत्री के नाम अभ्यर्थियों की मांगों को लेकर कई अन्य विधायकों के हस्ताक्षर करवा एक पत्र भी लिखा है. अब देखना यह होगा कि परीक्षा से महज 10 दिन शेष रहने से पहले आरपीएससी छात्रों की मांग पर क्या विचार करता है