National girl child day 2023: राष्ट्रीय बालिका दिवस (नेशनल गर्ल चाइल्ड डे) राष्ट्रीय बालिका दिवस भारत में हर साल 24 जनवरी को मनाया जाता है. इसकी शुरुआत महिला एवं बाल विकास, भारत सरकार ने 2008 में की थी. इस दिन को विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें सेव द गर्ल चाइल्ड, चाइल्ड सेक्स रेशियो, और बालिकाओ के लिए स्वास्थ्य और सुरक्षित वातावरण बनाने सहित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना शामिल है. इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लड़कियों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनाना है.


स्मृति ईरानी ने नेशनल गर्ल चाइल्ड डे सशक्त बनाने का संकल्प लिया



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इस मौके पर स्मृति ईरानी ने कहा कि समाज के निर्माण के लिए हम लैंगिक विभाजन को संतुलित करने का संकल्प लेते हैं. जैसा कि हम राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाते हैं, हम अपने देश की बेटियों को समर्थन देने और उन्हें सशक्त बनाने का संकल्प लेते हैं. हमें उनके समावेश और सुरक्षा की दिशा में काम करना चाहिए, ताकि वे बड़े सपने देख सकें और अपनी पूरी क्षमता तक पहुंच सकें. उन्होंने काहा कि इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली में इस साल के प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता बच्चों के साथ बातचीत करेंगे. 


यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते तत्र रमन्ते देवता शास्त्रों वाली अवधारणा संविधान की भी है. लेकिन आज देश की आधी आबादी कहे जाने वाली नारी सुरक्षित नहीं है .इसको लेकर सरकार व सुप्रीम कोर्ट तक चिंतित है. उन्होंने कहा की संविधान व कानून में बेटियों व महिलाओं को कई अधिकार दे रखे है लेकिन समाज में नाबालिग बेटियों व महिलाओं के साथ बढ़ते यौन व अन्य अपराधो के लिए सामाजिक जागरूकता बहुत जरुरी है.


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राष्ट्रीय बालिका दिवस की दी बधाई


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज राष्ट्रीय बालिका दिवस की बधाई देते हुए ट्वीट किया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बेटियां अनमोल हैं. इन्हें विकास के सभी अवसर मिलने चाहिए. हमें बेटियों की महत्ता समझनी होगी. आइए राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा और चहुंमुखी विकास में अपना भरपूर योगदान देने का संकल्प लें.


 



आज देश की बेटियां देश नहीं विदेशों में भी भारत का मान सम्मान बढ़ा रही है. अब बेटी-बेटे में कोई फर्क ही नहीं है और अब बेटियां सेना हो या शिक्षा, डॉक्टरी हो या इंजीनियरी हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं. भारतीय समाज में आज से नहीं बल्कि काफी पहले से लैंगिक असमानता एक बड़ी चुनौती रही है. भारत सरकार ने महिलाओं के विरुद्ध भेदभाव की इस स्थिति को बदलने और सामाजिक स्तर पर लड़कियों की हालत में सुधार करने के उद्देश्य से कई महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिसमें ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान, ‘सुकन्या समृद्धि योजना’, सीबीएसई उड़ान योजना, बालिकाओं के लिए मुफ्त या अनुदानित शिक्षा और कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों में सीटों का आरक्षण शामिल हैं. भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस 24 जनवरी और 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है.


 नेशनल गर्ल चाइल्ड डे 2023 का थीम


राष्ट्रीय बालिका दिवस का लक्ष्य लड़कियों के प्रति लोगों की धारणा को बदलना है. भारत सरकार द्वारा अभी तक  नेशनल गर्ल चाइल्ड डे 2023 की आधिकारिक थीम की घोषणा नहीं की गई है. लेकिन, राष्ट्रीय बालिका दिवस 2022 का नारा "डिजिटल पीढ़ी, हमारी पीढ़ी" था. पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने कई प्रयास किए हैं जो कि बालिकाओं के सशक्तिकरण से जुड़ा है. इनमें बेटियों को शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य और जेंडर को लेकर संवेदनशील बनाना शामिल है. 


भारत सरकार ने लड़कियों की स्थिति में सुधार लाने के लिए पिछले वर्षों में कई कदम उठाए हैं. इस दिशा में सरकार ने कई अभियान और कार्यक्रम शुरू किए हैं. जैसे बेटी बचाओ, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सुकन्या समृद्धि योजना, सीबीएसई उड़ान योजना, बालिकाओं के लिए मुफ्त या सब्सिडी वाली शिक्षा, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में महिलाओं के लिए आरक्षण.