Bharat Jodo Yatra : राजस्थान में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी बने सुखजिंदर सिंह प्रभारी ने कमान संभालते ही साफ कह दिया है कि जो कांग्रेस का नुकसान करते हैं वो कांग्रेसी नहीं हो सकते. जो कांग्रेस के वफादार हैं वो कांग्रेस के खिलाफ कभी नहीं सोच सकते. 


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रंधावा ने ये बयान क्यों दिया इसके क्या सियासी मायने हैं ये तो वक्त ही बतायेंगा. फिलहाल ये बयान अशोक गहलोत के एनडीटीवी चैनल को दिए गये साक्षात्कार की याद दिलाता है जिसमें मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर सचिन पायलट को गद्दार कहा था. 


चाहे कांग्रेस के बड़े नेता ये कहते रहे कि सब कुछ ठीक है. सचिन पायलट और अशोक गहलोत हाथ में हाथ डाले दिखते भी रहें. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष की दौड़ के दौरान शुरू हुआ ये सियासी खेल अंदर खाने अभी भी जारी है. कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे ने कई प्रदेशों के कांग्रेस प्रभारी बदल चुके हैं. जिसमें राजस्थान भी शामिल है. ऐसे में सुखजिंदर सिंह रंधावा का वफादारी वाला बयान खास माना जा सकता है. 


इधर सचिन पायलट ने एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि मैं भी इंसान हूं, दुखी और आहत हूं. ये बयान अशोक गहलोत के गद्दार वाले बयान के बाद सामने आया है. सचिन पायलट ने ये भी कहा कि सार्वजनिक जीवन में मैं गरिमा बनाए रखता हूं, लेकिन आपको आगे बढ़ना होगा. मेरे हाथ में एक काम और एक मिशन है और हमे आगे बढ़ना है.


सचिन पायलट की ये प्रतिक्रिया राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सामने आयी है. जो ये बताने के लिए काफी है कि कोई कुछ नहीं भूला है. वो बात अलग है कि भारत जोड़ो यात्रा से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने बयानबाजी पर रोक और बयानबाजी करने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी.


फिलहाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इंटरव्यू के इतने दिनों के बाद, अब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सचिन पायलट का ये बयान आना बड़ी बात है. वैसे ये पूछे जाने पर कि क्या नेतृत्व में बदलाव कांग्रेस की वापसी करा सकता है पर पायलट ने कहा कि नेतृत्व का मुद्दा पार्टी पर निर्भर है. कई राज्यों में हमने इसको दोहराया है और कांग्रेस की सरकारें रिपीट हुई है. 


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