Sachin Pilot News : राजस्थान में विधानसभा चुनाव (rajasthan assembly elections)में एक साल से भी कम का समय बचा है. ऐसे में चुनाव प्रचार में पार्टियां जुटी हुई है. सचिन पायलट (Sachin Pilot )भी अपनी जमीन को मजबूत करने की कोशिश में जुटे, पार्टी (congress)के हाथ जोड़ों अभियान से इतर अपना जनसंपर्क कार्यक्रम चला रहे हैं. इस बीच जब सचिन पायलट जयपुर के महाराजा कॉलेज (Maharaja College Jaipur)पहुंचे तो स्टूडेंट्स को बताया कि उनका पहला भाषण उन्होने कैसे दिया था. राजस्थान में सचिन पायलट की जीत का प्लान Decoded...


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सचिन पायलट ने जयपुर के महाराजा कालेज में स्टूडेंट्स को बताया कि जब वो 13 साल के थे. तब उन्होंने अपना पहला भाषण दिया था. इस दौरान वो पहली बार माइक पकड़ने पर भी घबरा गये थे.जब स्टेज पर उनका नाम पुकारा गया था तो वो हक्के बक्के रह गये थे.


राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बताया कि जब वो 13 साल के थे. तब पहला भाषण दिया था. साल 1990 में उनकी मां रमा पायलट बूंदी जिले के हिंडोली से चुनावी मैदान में थी और वो स्कूल की छुट्टी लेकर अपनी मां का चुनाव प्रचार को आये थे. इस दौरान स्थानीय नेताओं ने देखा कि रमा पायलट का बेटा भी गाड़ी में है. तो मुझे बुलाकर मंच पर बैठा दिया.


सचिन पायलट ने कहा कि मंच पर बैठ कर मैं चारों तरफ बड़े बड़े पोस्टर्स और होर्डिंग्स , हजारों लोगों की भीड़  और मंच पर बैठे नेताओं को देख रहा था. इसी दौरान मंच संचालक ने माइक में बोला कि हमारे बीच रमा पायलट जी के पुत्र भी हैं, वे भी सभा को संबोधित करते हुए दो शब्द कहना चाहते हैं. इतना सुनते ही मैं हक्का बक्का रह गया.


सचिन पायलट ने बताया कि मैं काफी डर गया था और इतने बड़े मंच पर कभी भाषण नहीं दिया था. फिर भी मैंने डेढ से दो मिनट तक भाषण दिया. सब मुझे देख रहे थे और मेरे दोनों पैर कांप रहे थे. हाथ धूज गये थे. भाषण में मैंने मेरी मां को जिताओं, हम विकास कार्य करेंगे ये सब कहा और फिर माइक को पटाका और भागा.


सचिन पायलट ने कहा कि अब जब वे चुनाव प्रचार करने जाते हैं तो बेबाकी से बोलते हैं. चुनाव में सामने बीजेपी वाले है. आप सब जानते हैं कि जब में चुनाव प्रचार करता हूं तो सामने वाले का धुंआ निकाल देता हूं. 


पिछले कुछ वक्त से राजस्थान की राजनीति में जारी व्यक्तिगत टिप्पणियों पर बोलते हुए सचिन पायलट ने कहा कि वो कभी ऐसा शब्द नहीं बोलते तो वो खुद सुनना नहीं चाहते.  पायलट ने कहा कि राजनीति में रहते हुए उन्होंने कभी किसी पर व्यक्तिगत टिप्पणी या आक्षेप नहीं लगाया जिससे किसी के जमीर को ठेस पहुंचे. पायलट ने कहा कि ये मेरा फार्मूला है कि जो शब्द या जो बात आप अपने लिए नहीं सुनना चाहते, वो औरों के लिए नहीं बोलना चाहिए.