Jaipur: राजस्थान में सरकारी स्कॉलरशिप योजना को लेकर गहलोत सरकार ने बडा बदलाव किया है.अब जनआधार कार्ड से ऑटो वैरिफाई होकर स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप मिलेगी. सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग की इस पहल से कार्य में तेजी के साथ-साथ फर्जीवाडे पर लगाम लगेगी.


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स्टूडेंट्स ऐसे करे पोर्टल पर आवेदन-


अब राजस्थान में स्कॉलरशिप के लिए स्टूडेंट्स को दस्तावेजों अपलोड नहीं करने होंगे, सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पडेंगे और ना ही स्कॉलरशिप के लिए लंबा इतंजार करना पडेगा,क्योंकि सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग ने एक बहुत ही सरल सिस्टम डवलव किया है.


अब केवल जनआधार कार्ड से पात्र आवेदन को स्कॉलरशिप मिलेगी.स्टूडेंट्स को आवेदन फार्म में केवल जनआधार कार्ड,जाति प्रमाण पत्र क्रमांक,रोल नंबर और संस्थान को नाम ही दर्ज करवाना होगा. यदि स्टूडेंट पात्र है तो ऑनलाइन पोर्टल खुद ही आवेदन को वैरिफाई कर देगा. यानि जनआधार कार्ड में पूरी जानकारी होना जरूरी होगा.सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के सचिव डॉ.समित शर्मा का कहना है इस फैसले से फर्जीवाडे पर लगाम लगेगी.


डीजी लॉकर स्वंय ढूंढ लेगी मार्कशीट
पहले फीस की रसीद से स्कॉलरशिप में बडा खेल होता था,फर्जी फीस की रसीद बनाकर स्टूेंट्स के हक पर डाका डाला जाता था.लेकिन अब सीधे डीजी लॉकर से आवेदक का पूरा रिकार्ड मिल जाएगा.डीजी लॉकर आईटी विभाग ने ले रखा है.जिसमें 10 वी और 12वी के सीबीएसएई और आरबीएसई बोर्ड के स्टूडेंट्स का रिकार्ड डीजी लॉकर से मिल पाएगा.सरकार के इस फैसले से 12 लाख स्टूडेंट्स को राहत मिलेगी.


बीपीएल,अंतोदय वर्ग को प्राथमिकता
स्टूडेंट्स को अपने अपने कोर्स के हिसाब से तय की हुई स्कॉलरशिप खुद मिल पाएगी.सामाजिक न्याय विभाग उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत 5 हजार रूपए से लेकर 3 लाख रूपए तक कोर्स के हिसाब से स्टूडेंट्स को सालाना छात्रवृत्ति देता है.समित शर्मा की इस पहले से संभवतया आने वाले दिनों में फर्जीवाडे पर लगाम लगेगी.जिससे पात्र स्टूडेंट्स तक योजना का लाभ पहुंच पाएगा.इस योजना में सबसे ज्यादा गरीब वर्ग का ध्यान रखा गया है.जिसमें बीपीएल,अंतोदय वर्ग को प्राथमिकता दी जाएगी.


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