Damoh Girls Viral Video Case: सिर्फ मध्यप्रदेश ही नहीं पूरे देश को शर्मिंदा करने का ये मामला दमोह के सरकारी गर्ल्स हॉस्टल का है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में बच्चियां खुले में नहाते नजर आ रही है. जिससे ये साबित होता है कि शिवराज सिंह सरकार, बेटियों की सुरक्षा और पढ़ाई को लेकर कितनी संजीदा है ? 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कहने को तो मध्य प्रदेश में बेटियों को लेकर सरकार कई योजनाएं भी चला रही है. बड़े-बड़ें मंच पर चढ़कर शिवराज सरकार के मंत्री इन योजनाओं का गुणगान भी करते दिख जाते हैं. लेकिन हकीकत ये वीडियो दिखा रहा है. जहां ना सिर्फ बच्चियों की इज्जत को तार तार कर दिया गया. बल्कि उनके आगे पढ़ने की इच्छा का भी गला घुटता सा दिख रहा है.


आमतौर पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की बच्चियों को पढ़ाई के लिए आर्थिक और सामाजिक रूप से लंबे संघर्ष से गुजरना पड़ता है. जिसमें सरकारी बालिका छात्रावास ही एक मात्र सहारा बनते हैं, लेकिन दमोह की इस तस्वीर के बाद क्या कोई परिवार इन बच्चियों को दुबारा हॉस्टल भेजने के बारे में सोचते हुए हिचकिचाएगा नहीं ?


वायरल वीडियो को बनाने का आरोप हॉस्टल की वार्डर और उसके पति पर लगा है. ये वीडियो पथरिया के कस्तूरबा गांधी गर्ल्स हॉस्टल का है. जहां हाईस्कूल और हायर सैकेंडरी की छात्राओं का हॉस्टल हैं. पिछले कुछ दिनों से ये वीडियो लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हैं.


मामले को लेकर कलेक्टर दमोह ने वायरल वीडियो की जांच समिति बना दी थी. इस बीच हॉस्टल में रहने वाली बच्चियों के परिजन भी सामने आए हैं. परिजनों ने एसपी आफिस पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है तब जा कर मामला खुलकर सामने आ गया.  जिसके बाद कलेक्टर ने जांच कराने के बाद पुलिस को इस मामले में एफआईआर दर्ज करने को लिखा है. मामले पर एसपी राकेश कुमार सिंह के मुताबिक कलेक्टर की बनाई जांच समिति की रिपोर्ट में आरोप सही पाए गए हैं और आईटीएक्ट, नाबालिगों पर अत्याचार और अन्य धाराओं के तहत मामला भी दर्ज किया जा रहा है.


Reporter : Mahebdra Dubey, Damoh


घर-घर में बने मौत के कुएं, नलजल योजना की नाकामी छिपा रही एमपी की शिवराज सरकार