आज जो सदन में हुआ पहले कभी नहीं हुआ, जानिए क्यों गुस्साए स्पीकर जोशी
राजस्थान विधानसभा में आज सत्ता पक्ष उस समय सकते में आ गया जब अपने आदेशों की अवहेलना होने पर सीपी जोशी ने अनिश्चितकालीन के लिए विधानसभा स्थगित कर दी.
Jaipur : राजस्थान विधानसभा में आज सत्ता पक्ष उस समय सकते में आ गया जब अपने आदेशों की अवहेलना होने पर सीपी जोशी ने अनिश्चितकालीन के लिए विधानसभा स्थगित कर दी. दरअसल विधानसभा में एक बिल पर चर्चा के दौरान संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने विपक्ष के हंगामे को लेकर जब अपना पक्ष रखना चाहा, लेकिन स्पीकर सीपी जोशी (Speaker CP Joshi) के रोकने के बावजूद भी जब मंत्री लगातार बोलते रहे तो स्पीकर जोशी ने सदन की कार्यवाही अनिश्चित कालीन तक स्थगित कर दी.
सीपी जोशी के नाराज होने के बाद सत्ता पक्ष के विधायक और विपक्ष के नेताओं ने सीपी जोशी से मुलाकात की लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया. संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा स्पीकर का विशेषाधिकार है बिना कैबिनेट बुलाए भी स्पीकर सदन की आगे की कार्यवाही फिर से शुरू कर सकते हैं. रामदेव जयंती के चलते कल अवकाश है. ऐसे में अगर सीपी जोशी की मंशा हुई तो 17 सितंबर से विधानसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हो सकती है. दरअसल यह पूरा हंगामा क्यों हुआ यह आप को समझाते हैं.
राजस्थान विधानसभा में आज वह देखने को मिला जो पहले कभी भी नहीं घटित हुआ था. विधानसभा स्पीकर विपक्ष के विधायकों के हंगामे से नाराज हो यह कई बार नजर आया लेकिन सत्ता पक्ष के मंत्रियों से नाराज होकर स्पीकर सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित करें यह राजस्थान विधानसभा में पहली बार दिखाई दिया.
राजस्थान विधानसभा में आज लंच के बाद राजस्थान राज्य पथ परिवहन सेवा संशोधन विधेयक 2021 पर लंबी चर्चा के बाद परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने जैसे ही जवाब देना शुरू किया विपक्ष के नेताओं ने नारेबाजी के साथ हंगामा कर दिया. प्रताप सिंह खाचरियावास राजस्थान रोडवेज के घाटे के लिए भाजपा शासन की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए केरोना की नाकामियों सहित कई विषयों पर लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे थे. ऐसे में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के नेतृत्व में विपक्षी विधायकों ने वेल में आकर नारेबाजी की. हंगामे के बीच प्रताप सिंह खाचरियावास को अपना जवाब जल्दी खत्म करना पड़ा. हंगामे के बीच बिल पारित हुआ लेकिन सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई. 15 मिनट के बाद जब सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई तब सभापति राजेंद्र पारीक ने राजस्थान विवाहों के अनिवार्य रजिस्ट्रीकरण संशोधन विधेयक 2021 चर्चा शुरू करवाते हुए उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को बोलने के लिए कहा.
मुख्य सचेतक महेश जोशी सहित सत्ता पक्ष के सभी विधायकों ने उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के बोलने का विरोध किया शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने तो यहां तक कह दिया कि जब प्रताप सिंह खाचरियावास यानी शेखावत को नहीं बोलने दिया गया तो राठौड़ को भी नहीं बोलने दिया जाएगा सदन में एक बार फिर से जोरदार हंगामा हुआ तो कार्यवाही आधे घंटे तक के लिए स्थगित कर दी गई. आधे घंटे बाद जब कार्यवाही शुरू हुई तो आसन पर स्पीकर सीपी जोशी ने अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस का हवाला देते हुए सदन की गरिमा पूर्ण परंपराओं का पालन करने के निर्देश दिए. सीपी जोशी ने जैसे ही राजेंद्र राठौड़ को अपनी बात रखने के लिए कहा वैसे ही सबसे पहले गोविंद सिंह डोटासरा ने अपनी बात रखनी चाही सीपी जोशी ने उन्हें बोलने की इजाजत नहीं दी तो परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास खड़े हुए सीपी जोशी ने उन्हें भी ठोक दिया लेकिन जब संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने भी सत्ता पक्ष की भावना सीपी जोशी के समक्ष रखने की कोशिश की तो सीपी जोशी उखड़ गए उन्होंने कहा अगर आप मुझे हटाना चाहते हैं तो हटा दीजिए, लेकिन सदन नियम कायदे के अनुसार ही चलेगा शांति धारीवाल जो बार-बार बोलने की कोशिश करते रहे तो सीपी जोशी ने अचानक से सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक स्थगित कर सभी को सकते में डाल दिया.
परिवहन मंत्री मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के भिड़ने से सदन में हुए हंगामे के कारण दो बार पहले विधानसभा की कार्यवाही स्थगित हो चुकी थी. छह बजे जब फिर से कार्यवाही शुरू हुई तो स्पीकर ने कहा कि पहले जो हुआ उसे भूलिए और आगे बढ़िए. आज बिल पारित होने के दौरान जिस तरह की डिबेट थी वह सही नहीं थी. अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस का हवाला देते हुए स्पीकर सीपी जोशी ने कहा, बिल पर चर्चा जिस ढंग से हो रही थी वह नियम के हिसाब से नहीं थी. डिबेट ऐसी लंबी कर दी. डिमांड पर चर्चा हो. आज बिल पर बहस विषय के अनुसार नहीं थी. जो कुछ हुआ उसे भूलना चाहिए और आगे इस गलती को दोहराए नहीं. धारीवाल मना करने के बावजूद बोलने लगे, जोशी ने कहा- आप दूसरा अध्यक्ष चुन लीजिए, इस तरह नहीं चलने दूंगा.
सीपी जोशी ने जैसे ही आगे सदन की कार्यवाही चलाने की बात कही संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल खड़े हो गए. इस पर स्पीकर जोशी ने साफ कहा कि अब आगे की कार्यवाही चलेगी और किसी को पुराने मुद्दे पर बोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी. जोशी सीट से खड़े हो गए और धारीवाल को साफ चेतावनी दी. इसके बावजूद धीवाल बोलते रहे तो नारज जोशी ने कहा आप दूसरा अध्यक्ष चुन लीजिए, आप इस तरह अध्यक्ष को डिक्टेट नहीं कर सकते, आप सदन नहीं चलाना चाहते तो अभी स्थगित कर देता हूं. धारीवाल इस पर भी बोलने से नहीं रुके तो नाराज स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी.
पक्ष विपक्ष के विधायक स्पीकर को मनाने पहुंचे संसदीय कार्यमंत्री के बर्ताव से नाराज होकर विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने के अध्यक्ष के फैसले से सत्ता पक्ष सकते में आ गया. कांग्रेस विधायक स्पीकर सीपी जोशी के चैंबर में पहुंचे. अब ससंदीय मामलों के जानकारों से राय ली जा रही है कि फिर से सदन कैसे बुलाया जाए. माना जा रहा है कि अब इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हस्तक्षेप के बाद ही आगे की कार्यवाही की रणनीति तैयार की जाएगी. विधानसभा की कार्यवाही और कानून के जानकार मानते हैं कि सत्ता पक्ष को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए इससे पहले कभी भी स्पीकर ने इस तरह से अनिश्चितकाल तक कार्यवाही को स्थगित नहीं किया है अपने आप में यह एक रेयर घटना है. कुल मिलाकर अब आगे की कार्रवाई का फैसला विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को करना है.