Monsoon 2022: ये चाय मानसून की बारिश में बीमारियों से आपको बचाएगी, जानें जड़ी-बूटी वाली चाय के फायदे
मानसून का मौसम जहां एक तरफ गर्मी से राहत देता है, वहीं दूसरी तरफ बीमारियां भी पैदा करता है, लेकिन ये चाय की चुस्कियां आपको मानसून से होने वाली बीमारियों से भी बचा सकती है.
Jaipur: मानसून का यह मौसम आते ही हमें ऐसा लगता है कि हाथ में गर्म चाय लिए, बालकनी में खड़े होकर आराम से बारिश को देखते हुए उसका लुफ्त उठाएं, लेकिन बारिश के साथ लगातार बढ़ता तापमान अपने साथ सर्दी, खांसी और छींक लेकर आता है, तो मन में डर के साथ सवाल उठता है कि मानसून में होने वाली बीमारियों से कैसे बच सकते हैं ? इस डर के साथ हम बारिश का अच्छे से लुफ्त भी नहीं उठा पातें है, लेकिन चाय आपको इन सारे बीमारियों से बचा सकता है.
आपको बता दें कि भारत में चाय बड़े पैमाने पर पी जाती है और मानसून में खासकर कुछ ज्यादा ही लोग इसको पसंद करते हैं. रिमझिम फुहारों के बीच चाय की चुस्की से मौसम का आनंद दोगुना हो जाता है. चाय हमारे पसंदीदा ड्रिंक्स में से एक है, इसमें जड़ी-बूटियों की शक्ति को जोड़ने से चमत्कार हो सकता है और आप इन सारी बीमारियों से बच सकते हैं.
बरसात के पूरे मौसम में इन अद्भुत पौधों को हमारे चाय के कप में जोड़ना हेल्दी रहने का आसान तरीका है. आपको कुछ जड़ी-बूटियों के नाम बताए जा रहे हैं जो एक या दो कप के लिए इस मौसम में उपयुक्त हैं और साथ ही चाय का स्वाद बढ़ाती है और आपके शरीर का देखभाल भी करती है.
अदरक:
अदरक सदाबहार मसाला और हर किचन की प्रमुख सामग्री है. अदरक एक ऐसी हर्ब है जो डाइजेशन और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है, जो हमारी आंतों को काम करने में मदद करती है. जड़ी-बूटी विटामिन बी 6 से भरपूर होती है और उसके कई एंटीऑक्सीडेंट्स के कारण औषधीय मूल्य हैं. जिंजरोल यौगिक की मौजूदगी के कारण ये एक असरदार इम्यूनिटी बूस्टर का भी काम करती है.
हल्दी:
जब बारिश शुरू होती है, तो हल्दी, जिसमें करक्यूमिन, डेस्मेथोक्सीकुरक्यूमिन और बिस-डेस्मेथोक्सीकुरक्यूमिन की ताकत होती है, हमारे शरीर के अंदरूनी हिस्से को मजबूत कर सकती है. जड़ी-बूटी की एंटीबैक्टेरियल क्वालिटी के कारण, यह मानसून के मौसम में होने वाले कई इंफेक्शन का इलाज कर सकती है.
तुलसी:
तुलसी का फायदा कौन नहीं जानता, करीब हर घर में इस जड़ी बूटी का पौधा पाया जाता है. जड़ी-बूटियों की बात करें तो तुलसी एक फेमस रॉकस्टार है. एक कप तुलसी की चाय सीने में जमे कफ को कम करेगी, हमारी नाक को खोल देगी और बीमारी को खत्म कर देगी. तुलसी में पाए जाने वाले विटामिन ए, डी, आयरन, फाइबर बैक्टीरिया को नष्ट करने और इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं, इसके अलावा, तुलसी ओरल और डेंटल प्रॉब्लम को ठीक करने के लिए एक शानदार जड़ी-बूटी है.
गुड़हल:
चाय में शामिल करने के लिए गुड़हल एक आवश्यक जड़ी बूटी है. खासकर जब बारिश होती है, क्योंकि यह बीटा-कैरोटीन, विटामिन सी और एंथोसायनिन से भरपूर होता है. जड़ी-बूटी हमारे इम्युनिटी सिस्टम को बैलेंस में रखती है, इसलिए यह अनचाही बीमारियों और इंफेक्शन को दूर करती है. इसके अलावा, इसमें बहुत सारे एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं. इस मानसून में बिना डरे बारिश का लुफ्त उठाएं और चाय की चुस्की के साथ आनंद लें.
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