Rajasthan news: राजस्थान में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल का दूसरा दिन है. जयपुर शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर दिख रहे हैं. हड़ताल से चारदीवारी क्षेत्र में सबसे ज्यादा बुरे हाल हैं. आज से दूसरा दिन है, आज भी गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल.. ये वाला गाना सुनाई नहीं दे रहा है. अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या सफाई कर्मियों और सरकार के बीच जारी ये लड़ाई खत्म होगी? 


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सफाई कर्मचारियों के आंदोलन से राजधानी कचरा-कचरा हो गई है.सफाई कर्मचारी सामूहिक अवकाश लेकर बहिष्कार कर रहे हैं. 
सफाई कर्मचारी भर्ती मस्टररोल के आधार पर करने सहित पांच बड़ी मांगें की हैं.  24797 पदों पर लॉटरी के आधार पर वर्ष 2018 की तर्ज पर हो रही.


जानें किसने लिखा था ये गाना


स्वच्छ भारत की थीम पर आधारित ये गाना एमपी के मंडला जिले के शिक्षक श्याम बैरागी ने लिखा है.बैरागी ने साल 2016 में स्वच्छता मिशन यह गीत लिखा था जो आज देश के हर कोने और गली में सुनाई देता है.बता दें की श्याम बैरागी का ये गाना इतना लोकप्रिय हो गया कि उनको देशभर में एक अलग पहचान मिली है. 


 पिंकसिटी घूमने आए पर्यटकों को आज ब्यूटीफुल सिटी में कचरे की डर्टी तस्वीरें नजर आई.जयपुर नगर निगम हैरिटेज और ग्रेटर के 8 हजार 500 से ज्यादा सफाईकर्मियों सामूहिक अवकाश लेकर आंदोलन पर उतर आए हैं.सफाईकर्मियों के हडताल पर जाने से ना तो सड़कों पर सफाई हुई ना ही डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए हूपर पहुंचे.इसका असर शहर की सड़कों पर नजर आया.


 सफाई-कर्मचारी भर्ती का विरोध


सफाईकर्मी भर्ती में वाल्मिकी समाज को तरजीह नहीं दी जा रहीं तो मजबूरन सामूहिक अवकाश लेकर हडताल करनी पड रही हैं.डंडोरिया ने कहा की स्वायत्त शासन विभाग की ओर से 24 हजार 797 पदों पर सफाई कर्मचारी भर्ती लॉटरी के आधार पर वर्ष 2018 की तर्ज पर कराई जा रही है.इसका सभी पुरजोर विरोध करते हैं.


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