Teej festival 2023:  राजस्थान के पिंकसिटी जयपुर शहर में परम्परा और रीति-रिवाजों के साथ बूढ़ी तीज माता की सवारी निकाली गई. बूढी तीज माता की सवारी के देखने के लिए जयपुर शहर में काफी उत्साह देखा गया. देशी- विदेशी पर्यटक भी इस शाही लवाजमे में बूढी तीज माता की सवारी देख अभिभूत नजर आए. त्रिपोलिया गेट से बूढी तीज माता की सवारी नगर भ्रमण के लिए निकली तो आस्था और उमंग का सैलाब भी देखा गया.


बूढ़ी तीज माता की सवारी निकाली गई


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जैसे ही बूढी तीज माता की सवारी त्रिपोलिया गेट से निकली तो त्रिपोलिया के झरोखों से सवारी पर गुलाब की पंखुडियां की वर्षा की गई. पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि देशी-विदेशी मेहमानों के लिए हिंद होटल की छत पर बैठने की व्यवस्थ की गई. वहीं पर्यटन विभाग की ओर से पर्यटकों के लिए तीज पर बनने वाली विशेष व्यंजन घेवर खिलाकर मुहं मीठा करवाया गया. प्रदेशभर के 130 से अधिक लोक कलाकारों बूढी तीज की शाही सवारी में प्रस्तुतियां दी गई.


सवारी पर गुलाब की पंखुडियां की वर्षा 


जयपुर के पूर्व राजघराने की महिलाओं द्वारा जनानी ड्योढ़ी में तीज माता की पूजा-अर्चना की गई. साथ ही लोकगीत के बीच माता की पालकी को रवाना किया गई.  पूर्व राजघराने के सदस्य पद्मनाभ सिंह द्वारा त्रिपोलिया गेट पर तीज माता को विधिवत भोग अर्पित किया गया. इसके बाद बूढी तीज माता की सवारी त्रिपोलिया गेट से होकर छोटी चौपड़, चौगान स्टेडियम होते हुए तालकटोरा पहुंचकर विसर्जित की गई.


ठेठ राजस्थानी परम्परागत पोशाक में प्रदर्शन 


शाही लवाजमे के साथ बस्सी के कलाकारों द्वारा कच्ची घोड़ी नृत्य, बालोतरा के कलाकार आंगी गैर नृत्य, जयपुर के कलाकार कालबेलिया, डीग के कलाकार मयूर नृत्य, बीकानेर के कलाकारों द्वारा मश्क वादन, शाहपुरा के कलाकारों द्वारा बहरूपिया कला का प्रदर्शन किया गया.


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ठेठ राजस्थानी परम्परागत पोशाक और राजस्थानी दाढ़ी में ऊंट पर सवार बीकानेर के रौबीलों द्वारा मुंह में तलवार लिए हर हर  महादेव की जयघोष के साथ अपने शौर्य का प्रदर्शन किया गया. पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई. वहीं त्रिपोलिया बाजार का ट्रैफिक डायवर्ट किया गया. सड़क के किनारे बेरिकेड्स लगाकर लोगों के लिए तीज की सवारी देखने की व्यवस्था की गई.