लापता बेटी को लेकर पिता के पास आया पुलिस बने ठग का फोन, कहा- 20 हजार लाओ बेटी ले जाओ
बेटी के लापता होने से परेशान एक पिता को जब पुलिस का फोन आया और कहा गया कि बेटी मिल गयी है तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था लेकिन फिर पिता से 20 हजार रुपये मांगे गये और फिर
Dudu : जयपुर के दूदू के फागी में पुलिस अधिकारी बनकर परिवादियों से रुपए एठने का मामला सामने आया है. फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर 20 हजार रुपए परिवादी से ठग लिये गये. पुलिस ने मामले में 2 युवकों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक 4 जून को पुलिस थाने में इस बारे में केस दर्ज कराया गया था.
केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने फर्जी पुलिस अधिकारी बनने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधिकारी सुभाष सामोता ने बताया किब 4 जून को नारेड़ा निवासी परिवारवादी ने बेटी मीनाक्षी को अपहरण कर ले जाने का केस दर्ज कराया था. केस दर्ज होने के बाद शातिर ठग चौरू निवासी शंकर गियाड पुत्र रामधन जाट और दतुली निवासी गिर्राज चौधरी पुत्र रामलाल जाट ने 12 जून को मीनाक्षी के पिता को फ़ोन कर फागी थाने से थानेदार सुभाष बनकर बात की.
दोनों शातिर ठगों ने परिवादी से कहा कि तुम्हारी बेटी हिमाचल में मिल गई है, ये कहते हुए मीनाक्षी को सुपुर्द करने की एवज में 20 हजार रुपये देने की मांग की. थानाधिकारी भंवरलाल वैष्णव ने बताया कि परिवारवादी ने थाने में पूर्व में पैसे मांगने की सूचना देने के बाद पुलिस के ठगों को दबोचने के लिए परिवारवादी को थाने के सामने पैसे लेकर बैठाया.
थोड़ी देर में ठगों का परिचित बनकर चौरू गांव का रामरतन नाम का शख्स आया और परिवारवादी से पैसे मांगने लगा. परिवारवादी ने पुलिस को तत्काल सूचना दी और ठगों के खिलाफ केस दर्ज कराया. इसके बाद पुलिस ने मुखबिर की मदद से चौरू नाडा के पास से आरोपी शंकर गियाड और गिर्राज चौधरी को गिरफ्तार किया. अपहरण केस के जांच अधिकारी सुभाष सामोता ने बताया कि ठगों के खिलाफ पहले भी जयपुर और आसपास के थानों में करीब आधा दर्जन केस दर्ज है. पुलिस ने आम लोगों से इन ठगों से सावधान रहने और पुलिस को सूचना देने की अपील की है.
रिपोर्टर-अमित यादव
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