Rajasthan Politics: नरेंद्र मोदी को नेता चुन लिया गया है. एनडीए की सरकार में मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री होंगे, लेकिन उनके सेनापति कौन होंगे? राजस्थान से किसकी लॉटरी लगेगी? कौन मोदी की पसंद बनेगा और कौन उनके साथ 9 जून को मंत्रिपरिषद में शपथ लेगा? इस सबको लेकर लोगों में जबरदस्त उत्सुकता दिख रही है. हालांकि, राजस्थान में इस बार बीजेपी सभी 25 सीट नहीं जीत पाई है. इस लिहाज से मंत्री परिषद में प्रदेश का प्रतिनिधित्व कम हो सकता है, लेकिन फिर भी सवाल यह है कि जिन चुनिंदा लोगों की लॉटरी लगेगी वो भाग्यशाली कौन होंगे?


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राजस्थान से किसकी लॉटरी लगेगी?
राजस्थान से चेहरों की बात करें, तो कुछ हैवीवेट चेहरे मंत्री परिषद की दौड़ में आगे दिख रहे हैं. सबसे पहले नाम भूपेंद्र यादव का. एनसीआर में शामिल अलवर संसदीय क्षेत्र से सांसद बने भूपेंद्र यादव पहली बार लोकसभा पहुंचे हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री रहे हैं, तो पीएम मोदी के साथ उनके दूसरे कार्यकाल में मंत्री के रूप में भी काम करने का अनुभव रखते हैं. भूपेंद्र यादव का नाम मजबूत माना जा रहा है, लेकिन इन्हें बीजेपी के भावी राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में भी देखा जा रहा है. 


शेखावत और मेघवाल भी हैं मजबूत दावेदार
लिस्ट में एक नाम गजेंद्र सिंह शेखावत का भी है. शेखावत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दोनों कार्यकाल में मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं. इस बार भी उनका नाम मजबूत है, लेकिन बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में भी गजेंद्र शेखावत के नाम की चर्चा हो रही है. पीएम मोदी के साथ दोनों बार केंद्रीय मंत्री रहे अर्जुन राम मेघवाल भी संभावितों की लिस्ट में मजबूत दावेदार हैं. इस बार अर्जुनराम मेघवाल का बतौर सांसद अंतिम कार्यकाल माना जा रहा है. लिहाजा उन्हें मंत्री परिषद या फिर लोकसभा स्पीकर के रूप में सम्मानजनक पद से नवाजा जा सकता है.


ओम बिरला और दुष्यंत सिंह के नाम की चर्चा 
तीसरी बार के सांसद ओम बिरला का भी नाम मंत्री परिषद में मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, इस लिस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह का नाम भी शुमार है, लेकिन ओम बिरला और दुष्यंत सिंह दोनों हाड़ौती से आते हैं, इसलिए पार्टी के कुछ लोगों का मानना है कि दोनों में से एक नेता ही मंत्री बनेगा. अलबत्ता इस तर्क की काट करने वाले लोगों का कहना है कि पिछली सरकार में गजेंद्र सिंह शेखावत और कैलाश चौधरी एक संभाग से आते थे, लेकिन दोनों ही मंत्री परिषद में शामिल थे. इन सबके बीच नरेंद्र मोदी ने NDA की बैठक में साफ कह दिया कि मंत्री पद के लिए कई लोग लॉबिंग कर रहे हैं और कई इंतजार. उन्होंने सांसदों को साफ मैसेज देते हुए कहा कि अगर आपके पास कोई फोन आए, तो भी उसकी अच्छे से पुष्टि कर लीजिएगा कि वह फोन सक्षम स्तर से तो आया है ना?


Reporter- Shashi Sharma


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