सभी विभागों में तबादले हो रहे लेकिन तृतीय श्रेणी अध्यापकों के नहीं कर रही सरकार- संघ
तृतीय श्रेणी शिक्षक तबादले की मांग को लेकर आज चौथे दिन भी शहीद स्मारक पर धरने और अनशन पर हैं. राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत के बैनर तले अनशन पर बैठे शिक्षकों की तबीयत लगातार बिगडने के बीच भी धरने पर बैठे शिक्षक तबादले से बैन हटवाने की मांग पर अड़े हैं.
Jaipur: राजधानी जयपुर में तृतीय श्रेणी शिक्षक तबादले की मांग को लेकर आज चौथे दिन भी शहीद स्मारक पर धरने और अनशन पर हैं. राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत के बैनर तले अनशन पर बैठे शिक्षकों की तबीयत लगातार बिगडने के बीच भी धरने पर बैठे शिक्षक तबादले से बैन हटवाने की मांग पर अड़े हैं.
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तृतीय श्रेणी शिक्षकों का कहना है कि सरकार सभी विभागों में तबादले कर रही है, लेकिन केवल तृतीय श्रेणी अध्यापकों के तबादले नहीं हो रहे हैं जिसके चलते शिक्षक खासे परेशान है. संगठन प्रदेश प्रवक्ता रंजीत मीणा ने कहा कि सरकार की ओर से अभी किसी भी तरह की वार्ता का कोई बुलावा नहीं आया है. इसी के साथ ही सभी शिक्षकों ने धरना स्थल पर ही दीपावली पर्व मनाने का निर्णय लिया है. दीपावली के बाद तक सभी शिक्षक मांगे नहीं माने जाने तक धरना स्थल पर जुटे रहेंगे.
सरकार ने पॉलिसी नहीं बनाई
मीणा ने बताया सरकार पिछले 4 साल से पॉलिसी बनाकर ट्रांसफर करने की बात कह रही है, लेकिन लंबा समय बीत जाने के बाद भी सरकार द्वारा पॉलिसी नहीं बनाई गई. इससे यह प्रतीत होता है कि सरकार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों में टालमटोल कर रही है उन्होंने कहा पिछले 25 सालों से तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं हुए हैं, जिसके चलते कई अध्यापक तो रिटायरमेंट के करीब हैं. लेकिन उन्हें अपने गृह जिले के आसपास भी ट्रांसफर नहीं हो रहा है.
भाजपा सरकार में तबादले हुए थे
पिछली भाजपा सरकार के समय कुछ अध्यापकों के तबादले हुए थे, लेकिन 4 साल बीत जाने के बाद भी मौजूदा सरकार ने तबादले नहीं करे हैं, जिसके चलते अध्यापकों में भारी रोष देखने को मिल रहा है. मीणा ने बताया पिछले 4 सालों से आंदोलन का दौर जारी है, इसी कड़ी में इस बार आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए धरना स्थल पर सभी अध्यापक बैठे हुए हैं. अनशन कर रहे अध्यापकों की तबीयत खराब होती जा रही है, लेकिन सरकार हमारी मांगों पर किसी भी तरह का कोई ध्यान नहीं दे रही है. प्रदेश में ढाई लाख से ज्यादा तृतीय श्रेणी अध्यापक हैं जो स्थानतरण नहीं होने के कारण दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं.
Reporter- Anup Sharma