जयपुर: पशु चिकित्सकों की मांगों का समाधान नहीं होने से प्रदेशभर के पशु चिकित्सकों ने मंगलवार को शहीद स्मारक पर धरना दिया  इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पशु चिकित्सकों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने की मांग की. धरने में प्रदेशभर से आए चिकित्सका शामिल हुए.सभी हाथों में तख्तियां, बैनर लिए हुए थे. इसमें उनकी मांगें लिखी हुई थी. पशु चिकित्सकों ने सरकार पर भेदभाव करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि लंपी बीमारी के दौरान हमने जान पर खेलकर गौवंश को बचाया है, लेकिन सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है. 


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प्रदेशाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने कहा कि हमारी 11 सूत्रीय मांगें न्यायोचित है. उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सक विकट परिस्थितियों में काम करते हैं. गौपालन विभाग का काम भी पशु चिकित्सक देख रहे हैं. लंपी बीमारी के दौरान भी सभी ने मिलकर बीमारी को रोकने में कामयाबी हासिल की. जिसकी सीएम भी खुद प्रशंसा कर चुके हैं. हमारी मांग है कि सरकार 900 पशु चिकित्सकों की भर्ती, पशु चिकित्सकों की ग्रेड पे विंगति को दूर करने, यूटीबी पर कार्यरत पशु चिकित्सकों को कोर्ट के निर्णयानुसार वेतन देने, मानव चिकित्सकों के बराबर डीएसीपी, एनपीए, पीजी इंक्रीमेंट स्वीकृत करने का काम करें.


आंदोलन की चेतावनी
महासचिव पुष्पेंद्र कुमार, कोषाध्यक्ष नरेंद्र जाखड़ ने कहा कि सरकार सभी ब्लॉकों पर एकरूपता से डीडी, एसवीओ, वीओ, एलएसए आदि पद सृजित करने का काम करें. हमारी मांगों पर सरकार सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो मजबूरन सभी को उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा.