Saumya Gurjar worshiped Gangaur: गणगौर पर अहिवाहित युवतियों ने अच्छे वर की कामना के लिए और सुहागिन महिलाओं ने पति की लंबी आयु की कामना के लिए गणगौर की पूजा की. शहर के अधिकतर मंदिरों और घरों पर गणगौर की पूजा अर्चना हुई. इस दौरान महिलाओं में गजब का उत्साह दिखा. नगर निगम ग्रेटर मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर ने भी आज पारंपरिक त्योहार पारंपरिक वेशभूषा में महिलाओं के साथ धूमधाम से मनाया. इस अवसर पर गौरी ए गणगौरी माता खोल किवाड़ी-बाहर ऊबी थारी पूजणवाली के गीत गाते गाए.



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परम्परागत तरीके से शिव-पार्वती के प्रतीक ईसर-गणगौर की पूजा कर सुहागिनों ने अखंड़ सौभाग्यवती तो अविवाहित कन्याओं ने सुयोग्य वर की मंगल कामना की. डॉक्टर सौम्या गुर्जर ने कहा कि भारतीय सभ्यता संस्कृति में त्यौहारों का विशेष महत्व है.त्यौहार हमें सकारात्मक ऊर्जा और आगे बढ़ने का संदेश देते हैं. इन्हें धूमधाम से मनाया जाना चाहिए.महापौर डॉक्टर सौम्या गुर्जर गणगौर की पूजा कर पारंपरिक परिधान में नगर निगम मुख्यालय पहुंची.निगम मुख्यालय पहुंचकर कार्यालय के कामों का निष्पादन किया और सभी पार्षदों, कार्यालयकर्मियों ने गणगौर पर्व की बधाई-शुभकामनाएं दी.


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गणगौर पूजा राजस्थान का मुख्य पर्व है. गणगौर को गौरी तृतीया भी कहते हैं. गणगौर पर्व पर खास कर गुना की स्पेशल मिठाई बनाई जाती है. गुना मिठाई का गणगौर पर विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस दिन माता पार्वती को गुना का भोग लगाने से धन और वैभव बढ़ता है. पूजा के बाद सोलह श्रृंगार और वस्त्र सहित पूजा का सामान सास, ननद जेठानी को दिया जाता है. राजस्थान में शादी के बाद बेटी पहली होली और गणगौर पर्व मायके में मनाती है.