Rajasthan News: विश्व हिंदू परिषद (Vishva Hindu Parishad) ने भारतीयों को चेताया है कि बांग्लादेश जैसे हालात देश में भी होने में देर नहीं लगेगी, इसलिए सतर्क रहें. विहिप के क्षेत्रीय मंत्री सुरेश उपाध्याय ने दावा किया कि 1906 ईस्वी में पहले आक्रमण के समय मुसलमानों का जो एजेंडा था, वो आज भी वही है. उन्होंने अपना एजेंडा नहीं बदला है, आज भी भारत को ''गजवा ए हिंद'' बनाने में लगे हैं . विहिप ने मोदी सरकार से मांग की कि बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाएं.


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बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं के नर संहार को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने आज देशभर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जयपुर में विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय मंत्री सुरेश उपाध्याय ने प्रेसवार्ता में कहा कि बांग्लादेश की विकास दर और जीडीपी भारत के बराबर थे. आर्थिक प्रगति पर बांग्लादेश बढ़ रहा था. आरक्षण को लेकर छात्र संगठन ने आंदोलन किया. 1971 के युद्ध में प्रभावितों को आरक्षण देने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया. सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को सरकार ने नहीं माना. बांग्लादेश में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सभी मुसलमान, लेकिन दुकानें लूटी जा रही है हिंदुओं की, मस्जिद नहीं मंदिर तोड़े जा रहे हैं. 1946 में भी इसी तरह का माहौल हुआ था. अचानक दंगे फैल गए, सात दिन में 50  हजार से ज्यादा लोग पलायन कर गए . दंगे के कारण वहां के नेतृत्व ने पाक के साथ बंटवारा स्वीकार किया. बांग्लादेश की घटना उनका आंतरिक मामला है.


सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाए केंद्र


सुरेश उपाध्याय ने कहा कि बांग्लादेश में रंगपुर डिविजन, चटगांव, राजशाही, सिलहट मेमनसिंह ढाका सहित कई अन्य इलाकों में हिंदुओं के घर मकान मंदिर जलाए गए हैं. घटना के 24 घंटे के अंदर ही सैंकड़ों घर जला दिए गए. विभाजन के समय बांग्लादेश में 32 प्रतिशत हिंदू थे , आज वहां 8 प्रतिशत रह गए हैं.



भारत में मुस्लिमों की जनसंख्या खरपतवार की तरह बढ़ रही है, पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू आबादी सूखे की तरह सूख रही है. केंद्र सरकार से मांग है कि वो बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाए.


VHP ने किया सतर्क, घटनाओं से सबक लें –



सुरेश उपाध्याय ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद का उद्देश्य है कि हिंदुओं को सतर्क करना और समाज को सुसंगठित और सदृढ़ करना है. बांग्लादेश की तरह भारत वर्ष में इकट्ठा होकर मोहल्ले में आ गए तो ?कबूतर की तरह आंख बंद करके नहीं बैठना है भारत में कभी भी रिपीट हो सकता है. कब तक पुलिस और आर्मी के भरोसे बैठे रहेंगे . देश का विभाजन हुआ 85 प्रतिशत थे आज भी उतने ही हैं. देश विभाजन के खिलाफ हिंसा नहीं हुई प्रतिरोध नहीं किया तो अब क्या करेंगे.


उपाध्याय ने सवाल उठाए हैं ?


जयपुर में हसनुपरा में कितने मकान हिंदू आधी कीमत पर बेच कर गए. रामगंज, हीदा की मोरी में दस साल में 80 प्रतिशत हिंदू मकान बेचकर चला गया. राममनोहर लोहिया की किताब देश विभाजन के गुनाहगार में लिखा है कि हिंदुओं का संगठित नहीं होना, मुस्लिमों ने देश के ऊपर धर्म को माना, गांधी की अहिंसा सहित आठ कारण लिखें हैं. उन्होंने डॉक्टर अम्बेडकर की किताब ''पाकिस्तान और पार्टीशन ऑफ इंडिया'' का जिक्र करते हुए कहा कि मुसलमान भारत में कभी हिंदुओं की सत्ता स्वीकार नहीं करेगा. मुसलमान कभी देश भक्त नहीं हो सकता. 



सुरेश उपाध्याय ने कहा कि


- क्या हम हमेशा पिछले 900 साल के इतिहास से कुछ नहीं सीखेंगे ?


- देश का विभाजन हुआ तब 84 लाख वर्ग किलोमीटर का भारत आज 32 लाख वर्ग किलोमीटर का रह गया?


- कश्मीर से पंडित बाहर निकाले गए


- अफगानिस्तान हमारे हाथ से गया तो देखते रहे


- आसाम में 9 जिले पूरी तरह मुस्लिम रह गए


- राजस्थान के डीग जिले में नौ गांव ऐसे हैं जहां हिंदू जीरो है


- वहां एसएसी महिला से दुष्कर्म होता है लेकिन दस में से नौ की एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है.


- साम्राज्यावादी और नक्सलवादी, तथाकथित जाति के नाम पर गली मोहल्ले में आरक्षण नौकरी का झांसा देने वाले नेता हजारों की संख्या में दिखाई देते हैं, ये नेता देश के लिए घातक है.



- सरकार किसकी बनती है किसकी नहीं ‌? पहले अंग्रेज फिर कांग्रेस अब बीजेपी कल किसी ओर की. ये हालात नहीं बदलने वाले हैं दुकान तो हिंदू की ही जलेगी.