जयपुर: विपक्षी दलों के बाद NDA ने भी राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है. एनडीए ने आदिवासी चेहरा पर दांव खेलते हुए द्रौपदी मुर्मू को  राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया है. द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल हैं.द्रौपदी मुर्मू 18 मई 2015 से झारखण्ड की राज्यपाल हैं. द्रौपदी मुर्मू ओडिशा प्रांत से आती हैं. BJP-BJD गठबंधन सरकार में  द्रौपदी मुर्मू मंत्री भी रह चुकी हैं.  मुर्मू संथाल परिवार से ताल्लुक रखती हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पहली बार किसी महिला आदिवासी उम्मीदवार को वरीयता दी गई है. हम आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू को एनडीए के उम्मीदवार के रूप में घोषित करते हैं.


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द्रौपदी मुर्मू भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल की गठबन्धन सरकार में, 6 मार्च 2000 से 6 अगस्त 2002 तक वाणिज्य और परिवहन की स्वतंत्र प्रभार की राज्य मंत्री रह चुकी हैं. इसके अलावा 6 अगस्त 2002 से 16 मई 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री रह चुकी हैं.


 20 जून 1958 को द्रोपदी मुर्मू का हुआ जन्म 


द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में हुआ था. उनके पिता का नाम बिरंची नारायण टुडू हैं. वह संथाल परिवार से ताल्लुक रखती हैं. वह भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं. 2006 से 2009 तक एसटी मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रहीं. द्रौपदी मुर्मू ने शिक्षक के रूप में काम किया है.  वह पार्षद और फिर विधायक बनीं. भारत के पहले उपराष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तरह द्रौपदी मुर्मू लंबे समय से शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी हैं.


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बीजेपी ने एक तीर से साधे दो निशान


द्रौपदी मुर्मू को अपना राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाकर भाजपा ने बड़ा दांव खेला है. बीजेपी ने एक तीर से दो निशान लगाए हैं. भाजपा आदिवासियों पर ध्यान केंद्रित कर रही है. क्योंकि आने वाले समय में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं.  क्योंकि गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव होने हैं. इन राज्यों में आदिवासियों का अच्छी खासी संख्या है.लिहाजा आदिवासी मतदाता पार्टी की योजना के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं.