Jaipur : प्रभा खेतान फाउंडेशन और ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन के तत्वाधान में लेखक रशीद किदवई की पुस्तक ‘भारत के प्रधानमंत्री’ (Bharat ke Pradhanmantri) का आज विमोचन विधानसभा अध्यक्ष डॉ सी.पी. जोशी और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने किया. श्री सीमेंट इस कार्यक्रम के प्रस्तुतकर्ता है और वी केयर इसके सहयोगी है.


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लेखक रशीद किदवई (Rashid Kidwai) के साथ संवाद टॉर्क जर्नलिज्म के फाउंडर अविनाश कल्ला ने किया. विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी ने कहा कि भारत लोकतंत्र की अगुवाई वाला देश है. यहां के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से लेकर अब तक के प्रधानमंत्री का काम देश को आगे बढ़ाने का रहा है. वर्तमान स्थितियों में लोकतांत्रिक मूल्यों को साधने और कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका के संबंध में थोड़ा बदलाव आया है, लेकिन लोकतंत्र की मजबूती के लिए इन तीनों अंगों का स्वतंत्र रूप से काम करना बेहद जरूरी है. 


उन्होंने कहा कि यह वक्त कोरोना वायरस है ऐसे में देश की शिक्षा व्यवस्था मैं भी आमूलचूल बदलाव और जो लोग ऑनलाइन शिक्षा से वंचित रह गए उन्हें भी आगे ले जाने के लिए प्रभावी नीति बनाने का है. पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि यह पुस्तक आजादी के बाद देश की राजनीतिक नेतृत्व को समझने का अवसर देती है. 


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सचिन पायलट ने कहा कि राजनीतिक अपेक्षाएं इस दौर में अधिक बढ़ी हैं, मतदाता जवाब दें हुआ है, यह स्वस्थ लोकतंत्र को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सुनने और विपक्ष को महत्व देने की प्रक्रिया भी बेहद अहम है. उत्तर प्रदेश में किसानों के साथ हुई घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष को पीड़ितों से मिलने का अवसर भी लोकतंत्र होना चाहिए. 


विमोचन के दौरान मंच संचालक ने कहा कि पायलट (Sachin Pilot) ने कम उम्र में सेना से लेकर पत्रकारिता और राजनीति सफर में ऊंचे मुकाम हासिल किया. ऐसे में समय निकालकर किताब लिखनी चाहिए. इस पर पायलट ने कहा कि अगले 50 साल मैं यहीं रहूंगा. कहीं भी जाने वाला नहीं हूं, सारे अधूरे काम पूरा करूंगा। इसके बाद पूरे हाल में ठहाका लग गया.


दरअसल मुख्यमंत्री आवास पर 2 अक्टूबर को आयोजित प्रशासन गांव के संग शहरों के संग अभियान के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि मेरा स्वास्थ्य ठीक है. मुझे 15- 20 साल कुछ होने वाला नहीं है. राजस्थान में सरकार 5 साल चलेगी अगली बार भी कांग्रेस की सरकार बनेगी और मैं यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को फिर से वही पोर्टफोलियो दूंगा. जिसे दुखी होना है वह दुखी हो.


कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि भले ही दरियाबाद और वल्लभनगर के उपचुनाव में अशोक गहलोत और पायलट एक साथ चुनाव प्रचार कर रही हो, लेकिन दोनों नेताओं के बीच इशारों इशारों में बयान बाजी और बार पलटवार का दौर जारी है. यानी जैसे-जैसे राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज होगी यह बयान बाजी का सिलसिला भी और अधिक बढ़ सकता है.