Jaipur: स्वस्थ शरीर (Healthy Body) के लिए दिल (Heart) का सेहतमंद रहना बहुत जरूरी है लेकिन अक्सर दिमागी परेशानियों के चलते दिल तनावमुक्त नहीं रह पाता.


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व्यक्ति को किसी भी तरह का तनाव हो चाहे वो कामकाज से जुड़ा हो या फिर परिवार से जुड़ा, कई ऐसे मुद्दे होते हैं, जिनके चलते व्यक्ति तनावग्रस्त (Stressed) हो जाता है. 


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इस मसले को लेकर भारत सरकार (Government of India) के ईएसआई अस्पताल (ESI Hospital) के मनोरोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अखिलेश जैन (Akhilesh Jain) का कहना है कि तनाव भी दिल के लिए काफी खतरनाक है क्योंकि तनाव के चलते व्यक्ति अन्य बीमारियों से ग्रसित हो रहा है, जिसमें दिल से जुड़ी बीमारियां भी शामिल है.


डॉक्टर जैन का कहना है कि यदि दिल को स्वस्थ रखा जाए तो व्यक्ति स्वस्थ जिंदगी जी सकता है. ऐसे में दिल को स्वस्थ रखने के लिए तनाव से दूरी बनाना जरूरी है और व्यायाम साइकिलिंग और नशे से दूरी बनाकर व्यक्ति दिल की बीमारियों को दूर रख सकता है.


क्या कहना है हृदय रोग विशेषज्ञ का
अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सिंघल का कहना है कि आमतौर पर दिल से जुड़ी बीमारियां 60 से 70 वर्ष की आयु के लोगों में देखने को मिलती थी लेकिन अब 40 वर्ष से भी कम उम्र की आयु के लोगों में दिल से जुड़ी बीमारियां देखने को मिल रही हैं. चिकित्सकों का दावा है कि इसका प्रमुख कारण तनाव और इसके बाद नशे की गिरफ्त में आना है. आमतौर पर बीड़ी सिगरेट और शराब पीने वाले लोगों ने दिल की बीमारियां सबसे अधिक देखने को मिलती थी लेकिन अब तनाव के कारण दिल पर असर पड़ने लगा है.