Pokhran: जैसलमेर के लाठी क्षेत्र के केरालिया गांव में स्थित जीएलआर में लंबे समय से पेयजल संकट की स्थिति के कारण ग्रामीणों और मवेशी का बेहाल हो रहा है. यहां निर्मित जीएलआर और पशुकुंड पिछले लम्बे समय से सूखे पड़े है, जिसके कारण मवेशी पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे है और काल का ग्रास हो रहे है. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में स्थित जीएलआर में लंबे समय से जलापूर्ति व्यवस्था बिगड़ी हुई है. 


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अनियमित और अपर्याप्त जलापूर्ति व्यवस्था के कारण यहां पशुकुंड और सूखा पड़ा है, जिसके कारण ग्रामीणों को ट्रैक्टर टंकियों से पानी खरीदकर मंगवाना पड़ रहा है तो मवेशी पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे है और काल का ग्रास हो रहे है. बावजूद इसके जिम्मेदारों की ओर से जलापूर्ति व्यवस्था को सुचारु करने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. गौरतलब है कि केरालिया गांव में जलदाय विभाग की ओर से आमजन और मवेशियों को पेयजल मुहैया करवाने के उधेश्य से जीएलआर और पशुकुड़ का निर्माण तो करवा दिया लेकिन देखरेख के अभाव में पिछले लम्बे समय से जलापूर्ति बंद पड़ी है. 


साथ ही उनकी समय पर सफाई नहीं होने के कारण कचरे से भर गई, इसी को लेकर बुधवार को गांव के सामाजिक कार्यकर्ता मगसिंह, नरपतसिंह, भोमसिंह, अकबर खां मौलवी, इस्माइल खां, चैकमेट सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड के एरिया मैनेजर देरावरसिंह भाटी, रघुवीरसिंह की ओर से पशुखेली कि सफाई करवाई गई और उसमें जमा कचरे और मलबे को बाहर निकाला गया. करीब 2 घंटे तक चले सफाई अभियान के दौरान पशुकुंड निखर उठा. युवाओ ने बताया कि गत लम्बे समय से जलापूर्ति बंद होने के कारण मवेशी पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे थे, उन्होंने जल्द ही जलापूर्ति सुचारू करवाने की मांग की है.


Reporter: Shankar Dan


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