Pokaran News : राजस्थान के जैसलमेर के लाठी क्षेत्र के शक्तिपीठ भादरिया गांव में सालों पहले सरकार की ओर से राजकीय कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास की स्थापना कर बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठाया गया था, लेकिन हॉस्टल में पर्याप्त सुविधाएं नहीं होने के चलते यहां पर पढ़ने वाली छात्राओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गौरतलब है कि सरकार की ओर से शक्तिपीठ भादरिया गांव में राजकीय कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास की स्थापना की गई है. इस दौरान छात्रावास के चारों तरफ चारदीवारी नहीं की गई. चारदीवारी नहीं होने के कारण छात्रावास परिसर में आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है और परिसर में गंदगी फैली हुई है.


प्रधानमंत्री मोदी जहां स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहे हैं,वहीं आवारा पशुओं के छात्रावास परिसर में विचरण से फैली गंदगी स्वच्छता की पोल खोल रही है. चारदीवारी के अभाव में छात्रावास परिसर में आवारा पशुओं‌ का जमावड़ा लगा हुआ रहता है. आवारा पशुओं के विचरण करने से परिसर में दिनभर गंदगी का आलम लगा रहता है.


सरकारी नियमानुसार चारदीवारी होना जरूरी
सरकारी नियमों के अनुसार बालिका छात्रावास के चारदीवारी होना अनिवार्य है. इतना ही नहीं चारदीवारी के बाद मुख्य गेट पर हमेशा चौकीदारी की व्यवस्था अनिवार्य है, लेकिन चारदीवारी के अभाव में छात्रावास के परिसर में घूमने पर प्रतिबंध नहीं है. ऐसे में कई असामाजिक तत्व आसानी से इस परिसर में घूमते रहते हैं. लेकिन संबंधित अधिकारियों की लापरवाही के चलते चारदीवारी नहीं बनाई गई है. इससे बालिकाएं कितनी सुरक्षित हैं. इसका पता आसानी से लगाया जा सकता है. चारदीवारी नहीं बनाए जाने से अभिभावकों में रोष है.


रिपोर्टर -शकंरदान 


गैंगरेप पीड़िता के मौसा ने भी किया सुसाइड,लाइव वीडियो में कहा-टूट चुका हूं अब मेरे बस की नहीं है