Jaisalmer News: पर्यटन नगरी जैसलमेर का नाम विश्व के पर्यटन मानचित्र पर किसी परिचय का मोहताज नहीं है, खूबसूरत सोनार किले और यहां की नक्काशीदार हवेलियों के साथ रेगिस्तान में नखलिस्तान का अहसास कराने वाली गड़ीसर झील पर सुहावने मौसम में नौकायन कर पर्यटक उत्साहित हो रहे है. सरोवर के बीच बनी कलात्मक बंगलियों में जाकर या फिर नौकायन के दौरान पर्यटक सेल्फी ले रहे है.  साथ ही सम के लहरदार धोरे यहां आने वाले सैलानियों को आकर्षित कर रहे हैं. यही कारण है कि यहां प्रतिवर्ष आने वाले सैलानियों की संख्या में  लगातार इजाफा ही होता जा रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि दिवाली के बादसे सैलानियों की चहल कदमी से स्वर्णनगरी काफी गुलज़ार हुई है.दीपावली के दिन से ही जैसलमेर में गुजराती सैलानियों की आवक से हर ओर नए चेहरे नज़र आने से पर्यटन व्यवसायी व होटल व्यवसायियों में खुशी छाई है.पिछले दो सालों से मंदी की मार झेल रहे टूरिज़म शहर को अब इन गुजरती पर्यटकों के आने से अच्छे बीजिनेस की उम्मीद है.


 आने वाले एक हफ्ते में जैसलमेर गुजरातियों की चहल पहल से पूरा आबाद हो जाएगा.इन दिनों स्वर्ण नगरी में दीपावली से हजारो सैलानी जैसलमेर में पहुंचने लगे है. पर्यटक दिन की शुरुआत में सोनार दुर्ग व पटवा हवेली का भ्रमण कर रहे हैं. वहीं दोपहर में ऐतिहासिक गड़ीसर सरोवर पहुंच कर नौकायन का लुत्फ उठा रहे हैं. शाम को सैलानी सम के मखमली धोरों पर सूर्यास्त के मनोहारी नजारें को कैमरे में कैद कर रहे हैं और कैमल सफारी के बाद रिसोर्ट में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठा रहे हैं.


 जैसलमेर के सोनार दुर्ग से सम के रेतीले धोरों तक इन दिनों देशी सैलानियों की बहार आने से पर्यटन व्यवसाय फलफूल रहा है.इस पखवाड़े के दौरान करीब 1लाख सैलानियों के आगमन की उम्मीद जताई जा रही है.यह संख्या नये साल की सीजन को भी पछाड़ रही है.सम सेंडड्यून्स स्थित लगभग सभी रिसोट्र्स हाउसफुल की अवस्था में पहुंच चुके हैं.


ऐसे में सैलानियों को अब मायूस होकर जैसलमेर शहर की होटलों में ठहरने का मानस बनाना पड ऱहा है.इस तरह से सैलानियों की पहली पसंद रेतीले धोरों पर स्थापित रिसोट्र्स बन गए हैं.दिन के समय जहां जैसलमेर के सोनार दुर्ग तथा अन्य दर्शनीय स्थलों पर सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ी हुई नजर आती है, वहीं शाम को सम के धोरों पर धमाल मचाते हुए देखे जा रहे हैं.


सम सेंडड्यून्स पर इन दिनों रोजाना करीब 20हजार सैलानी पहुंच रहे हैं.सैलानियों की बम्पर आवक के चलते जैसलमेर के सोनार दुर्ग में सुबह 9 बजे से भीड़ का जो मंजर दिखाईदेता है, वह अनवरत रूप से दोपहर 2 बजे तक कायम रहने से पर्यटन सीजन के उफान पर होने की कहानी कह रहा है.ऐसे ही सुबह से गड़ीसर सरोवर तथा पटवा हवेलियों के आसपास भी सैलानी उमड़े हुए नजर आते हैं.पर्यटकों की यह भीड ज़ैसलमेर के तीनों पार्किंग स्थलों, रेस्टोरेंट्स तथा बाजारों में भी दिखने लगी है.


 दुर्ग की पार्किंग में वाहन पूरे रिंग रोड तथा दूसरी ओर ढिब्बा पाड़ा की ढलान के अंत तक खड़े रहते हैं.ऐसे ही मलका प्रोल पार्किंग में वाहन पूरी तरह नहीं सामने कलाकार कॉलोनी मार्ग के दोनों ओर खड़े किए जा रहे हैं.शहर के करीब सभी रेस्टोरेंट्स में भोजन के लिए लोगों को जगह खाली होने का इंतजार करना पड़ रहा है.खाने-पीने के अन्य ठिकानों पर भी भीड़ नहीं समा रही.जिससे शहर के करीब सभी व्यवसायियों के चेहरे खिल उठे हैं.वर्तमान में स्वर्णनगरी में यह हालात है कि स्थानीय लोगों से ज्यादा सैलानी दिखाई दे रहे हैं.


पर्यटन से जुड़े लोगों के चेहरे पर खुशी
जैसलमेर के पर्यटन स्थलों पर इन दिनों पर्यटकों की भीड़ है.सबसे ज्यादा गुजराती सैलानियों की आवक हो रही है.सोनार किला, गड़िसर सरोवर,पटवा हवेली आदि पर्यटन स्थलों पर इन दिनों सैलानियों की आवक होने से ये जगहें गुलज़ार हुई है.इन दिनों जैसलमेर में देसी पर्यटकों के आने से पर्यटन जगत से जुड़े लोगोके चेहरे पर जो मायूसी थी वो मायूसी और सूनसानी के बादल छटने से होटल व्यवसायी काफी खूश है.स्थानीय होटल इसको पर्यटन सिटी के लिए एक अच्छा संकेत बता रहे हैं.


यह भी पढ़ें..


संकट में सरकार बचाने में IPS उमेश मिश्रा की थी भूमिका, अब गहलोत ने DGP बना कर दिया इनाम


उदयपुर में कंधे पर विशालकाय अजगर लेकर पहुंचा युवक, धमकाते हुए कहा- पैसे दो नहीं तो दूकान में छोड़ दूंगा