Jaisalmer: सरहदी जिले जैसलमेर में मानसून से ठीक पहले डीजल का संकट ऐसा गहराया है कि वाहन चालकों के साथ किसानों को इधर-उधर घूमना पड़ रहा है. जैसलमेर के शहर क्षेत्र में 1-2 दिन छोड़ कर डीजल का एक-एक पंप पर टैंकर पहुंच रहा है, जिससे दोपहर के बाद डीजल खत्म हो रहा है, जिससे वहां चालकों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है.  


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जिले में कई पंपों में 'डीजल नहीं है' की सूचना से किसान परेशान हो गए हैं, क्योंकि मानसून करीब है और उन्हें खेती-किसानी के लिए ट्रैक्टर में बड़े पैमाने पर डीजल चाहिए. 


वहीं, डीजल पंप मालिकों का कहना है की कई लोग बहस भी करते है. अभी आगे से जितनी डिमांड भेजी जा रही है, उससे कई ज्यादा कम आ रहा है. डीजल की कम आने से आमजन को समझाना मुश्किल हो रहा है. वहीं, जैसे की डीजल आने की सूचना मिल रही है, डीजल पंप पर बड़ी-बड़ी लाइनों की कतारे लग रही हैं. 


एक तरफ जहां पेट्रोलियम डीलर्स का दावा है कि BPCL और HPCL जैसी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने फ्यूल सप्लाई कम कर दी है और मांग का केवल एक चौथाई तेल उपलब्ध करा रही हैं, तो वहीं सरकार और तेल कंपनियों का दावा है कि देश में ईंधन की कोई कमी नहीं है. 


Reporter- Shankar Dan 


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