जैसलमेर में भारतीय सेना की `डेजर्ट स्ट्राइक` युद्धाभ्यास, ब्राजील सेना ने भारत के शौर्य को किया सलाम
Jaisalmer News: भारत-पाक (Indo-Pak) अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे सरहदी जिले जैसलमेर(Jaisalmer) में भारतीय सेना ने युद्धाभ्यास कर अपनी मारक क्षमता का परिचय दिया. भारतीय सेना ने पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में किए इस युद्धाभ्यास को डेजर्ट स्ट्राइक (Desert Strike) नाम दिया गया.
Jaisalmer News: भारत-पाक (Indo-Pak) अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे सरहदी जिले जैसलमेर(Jaisalmer) में भारतीय सेना ने युद्धाभ्यास कर अपनी मारक क्षमता का परिचय दिया. भारतीय सेना ने पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में किए इस युद्धाभ्यास को डेजर्ट स्ट्राइक (Desert Strike) नाम दिया गया. इस युद्धाभ्यास में मुख्य अतिथि के रूप में ब्राजील सेना के जनरल कमांडर टॉमस मिगुएल माइन रिबेरो पाइवा उपस्थित रहे.
ब्राजील सेना के जनरल कमांडर 28 अगस्त से भारत की पांच दिवसीय यात्रा पर भारत आए हैं. इसी दौरान युद्धाभ्यास स्थल पर पहुंचने पर जनरल कमांडर का स्वागत डेजर्ट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल मोहित मल्होत्रा ने किया. ब्राजील सेना के कमांडर जनरल ने समग्र युद्धाभ्यास को बारीकी से देखा. साथ ही भारतीय सेना ने इस युद्धाभ्यास में अपनी विभिन्न स्वदेशी हथियार प्रणाली से अपने युद्ध कौशल व दुश्मन को नेस्तनाबूद करने का जीवंत प्रदर्शन कर मुख्य अतिथि समेत उपस्थित सभी लोगों को अचंभित कर दिया.
इसके साथ ही इस युद्धभ्यास में भारतीय सेना ने मेक इन इंडिया के तहत देश में निर्मित विभिन्न गनों व तोपों का जीवंत प्रदर्शन किया. साथ ही युद्धाभ्यास में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद ब्राजील सेना के कमांडर जनरल ने भी आत्मनिर्भरता व मेक इन इंडिया के तहत विभिन्न युद्ध प्रणालियों के युद्ध कौशल में अपनी विशेष रूचि दिखाते हुए युद्धाभ्यास को बारीकी से देखा तथा भारतीय सेना के शौर्य सराहा.
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बता दें कि पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में हुए इस युद्धाभ्यास में कवचित मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री आर्टिलरी आर्मी एयर डिफेंस और विमानन संपत्तियों के साथ संयुक्त रूप से हथियार फायरिंग करते हुए युद्धाभ्यास को अंजाम दिया. जनरल टाॅमस ने इस युद्धाभ्यास में भारतीय सेना के सामंजस्य समन्वय और अंतर संचालन को लेकर प्रशंसा की.
साथ ही विभिन्न क्षेत्रों और कठिन परिस्थितियों में काम करने के लिए भारतीय सेना की मजबूती की भी सराहना की. इस युद्धाभ्यास में भारतीय सेना के कई बड़े अधिकारियों समेत रक्षा मंत्रालय व डीआरडीओ के भी कई अधिकारी उपस्थित रहे.