जैसलमेर: सरकारी सेवा देने वाली ई-मित्र प्लस मशीनें बनीं शो-पीस, फलसूण्ड में लोगों को नहीं मिल रहा लाभ
फलसूंड सहित आसपास के ग्राम पंचायतों पर लगी ई मित्र प्लस मशीन धूल फांक रही है, ना तो राजीव गांधी सेवा केंद्र पर ई-मित्र संचालक है और ना ही ई-मित्र प्लस मशीन को संचालन करने वाला आपरेटर. ऐसे में सरकार की योजनाओं का लाभ कैसे मिले.
Jaisalmer E Mitra Plus machine : फलसूण्ड क्षेत्र मे सरकार ने एक छत के नीचे ई-मित्र के माध्यम से सरकार की कल्याण कारी योजनाओं का लाभ देने के लिए केंद्र पर ई-मित्र प्लस केंद्र खोले थे उन्हीं के माध्यम से ई-मित्र प्लस मशीन भी लगाई थी फिर भी इसका लाभ आमजन को नही मिल रहा है. फलसूंड सहित आसपास के ग्राम पंचायतों पर लगी ई मित्र प्लस मशीन धूल फांक रही है, ना तो राजीव गांधी सेवा केंद्र पर ई-मित्र संचालक है और ना ही ई-मित्र प्लस मशीन को संचालन करने वाला आपरेटर. ऐसे में सरकार की योजनाओं का लाभ कैसे मिले.
सरकार ने भारत को डिजिटल बनाने के लिए भले ही कई अभियान चलाए रखे हो मगर जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते यह योजना खटाई में पड़ गई है. भारत सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए जगह जगह ई मित्र प्लस मशीनें लगाई है लेकिन जानकारी के अभाव में इन मशीनों का उपयोग नहीं हो रहा है. ई मित्र प्लस मशीन से लोग खुद अपने डॉक्युमेंट्स निकाल सकते है, रेल टिकट बना सकते है, आधार कार्ड व अन्य जरूरी कागजात निकाल सकते है.
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लेकिन जानकारी के अभाव में ये सब बेकार साबित हो रहा है हालांकि सरकार ने जगह जगह ये मशीने तो उपलब्ध करवा दी लेकिन इसमें इंटरनेट की सुविधा नहीं दी. जिसके कारण इस मशीन का कोई उपयोग नहीं हो रहा है. लाखों की लागत से लगी मशीन बेकार एक कमरे की शोभा बढ़ा रही है. अधिकारियों की उदासीनता के चलते डिजिटल भारत का सपना धूमिल हो रहा है. समय समय पर निरीक्षण के अभाव में यह मशीन धूल फांक रही है.