Jaisalmer News: जैसलमेर जिला के लाठी क्षेत्र के केरालिया निवासी एक भील परिवार ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए घायल हुए हिरण के बच्चे को पांच माह तक पाल-पोस कर आज वन विभाग के कर्मियों को सुपुर्द किया. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो आज से पांच महीने पहले केरालिया गांव के पास एक हिरण ने बच्चे को जन्म दिया था. जन्म के बाद आवारा श्वानों ने हिरण व बच्चे पर हमला कर दिया. जिससे हरिण की मौके पर ही मौत हो गई. 


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बच्चे को घर लाए पप्पू राम भील 
इस घटना को केरालिया निवासी पप्पू राम भील ने अपनी आंखों से देखा, तो श्वानों को भगाया और बच्चे को घर ले आए और पांच महीने तक बकरी का दूध पिलाकर बच्चे को पाला. पांच माह में हिरण का बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ व तंदुरुस्त हो गया. पप्पू राम ने हिरण के बच्चे को अपने बच्चे की तरह बोतल से दूध पिलाकर उसका पालन पोषण किया. परिवार के सदस्यों से हिरण का बच्चा पूरी तरह से घुल मिल गया तथा परिवारजन भी उसे अपने परिवार का सदस्य मानने लगे. 


वन विभाग को सौंपा गया हिरण का बच्चा
पांच माह तक देखभाल के बाद आना शुक्रवार को सूचना पर लाठी वन विभाग के क्षेत्रीय वनाधिकारी जगदीश विश्नोई के निर्देश पर भंवरलाल विश्नोई, पुरखाराम विश्नोई केरालिया गांव पहुंचे. जहां पर कामधेनु सेना के केरालिया ग्राम अध्यक्ष रणवीर सिंह भाटी, हीरा राम भील,जसवंत नाथ ,मुला राम की उपस्थिति में परिवारजनों ने हिरण के बच्चे को वन विभाग को सुपुर्द किया.


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