Jaisalmer news: वन्यजीव व पशु बाहुल्य लाठी क्षेत्र में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है. क्षेत्र में आये दिन आवारा कुत्ते वन्यजीवों को शिकार बना रहे हैं. बीते एक साल में दर्जनों कि तादाद में हिरणों व अन्य वन्यजीव को शिकार बना चुके हैं. सोमवार सुबह भी गंगाराम कि ढाणी के पास आवारा श्वानो ने हिरणों के झुंड पर हमला कर एक साथ तीन हिरणों को मौत के घाट उतार दिया. वहीं एक हिरण को गंभीर रूप से घायल कर दिया. 


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गोरतलब है कि लाठी व आसपास के वन्यजीव बाहुल्य क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. क्षेत्र में आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ना दूसरी तरफ खेतों के चारों तरफ तारबंदी करने से हिरण इन तारों में फंस जाते हैं और कुत्ते आराम से उसको शिकार बना देते हैं.


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आवारा श्वानो ने हिरणों का किया शिकार
जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह गंगाराम कि ढाणी के पास एक हिरणों का झुंड विचरण कर रहा था. इस दौरान हिरणों के झुंड पर आवारा श्वानो ने हमला कर दिया. जिसमें चार हिरण श्वानों के चंगुल में फंस गए. हिरण के चिल्लाने की आवाज सुनकर वन्यजीव प्रेमी राधेश्याम विश्नोई, पंकज विश्नोई सहित बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे. तथा उन्होने पत्थरों से श्वानो को खदेड़ा. और हिरणों को अपने कब्जे में लिया. लेकिन तब तक तीन हिरणों ने दम तोड़ दिया था. 


लाठी वनविभाग को किया सूचित 
उन्होंने इस घटना को लेकर लाठी वनविभाग को सूचित किया. सूचना मिलने के बाद लाठी वनविभाग से वनरक्षक हमीरसिंह भाटी, रघुवीर सिंह, कमलेश विश्नोई, भंवरलाल विश्नोई, सुखराम बिश्नोई पुरखाराम विश्नोई, मगसिंह भाटी, बच्चूखां सहित वनविभाग के कार्मिक घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने मृत हिरणों के शव को अपने कब्जे में लेने के बाद उनका विश्नोई परंपरा के अनुसार अंतिम संस्कार किया. वहीं घायल हिरण का उपचार में करने के बाद लाठी वनविभाग में स्थित अस्थाई रूप रेस्क्यू सेंटर में भर्ती किया.


हिरण और मवेशियों को बना रहे शिकार
वन्यजीव प्रेमी राधेश्याम विश्नोई ने बताया कि वन्यजीव व पशु बाहुल्य लाठी क्षेत्र में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़़ती जा रही है. यह आवारा कुत्ते न केवल हिरण (चिंकारा) को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि भेड़-बकरियों, नीलगाय को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं. खेतों में जगह-जगह तारबंदी होने की वजह से हिरण व मवेशी भागते वक्त तारबंदी में फंसे जाते हैं. कुत्ते आसानी से निशाना बना देता है. क्षेत्र में लोगों की जागरूकता की वजह से काफी हिरणों की जान तो बची है. उन्होंने जिला प्रशासन से आवारा श्वानों को पकड़ने को लेकर अभियान चलाने कि मांग कि है.