Jaisalmer: चलती बारी में बंद कर दिए मोगे, किसानों ने नहरी विभाग पर लगाए पानी बेचने के आरोप
Jaisalmer news: चलती बारी में बंद कर दिए मोगे, किसानों ने नहरी विभाग पर लगाए पानी बेचने के आरोप. गुस्साए किसानों ने अधिशासी अभियंता का घेराव कर सुनाई खरी खरी और दी आत्महत्या करने की चेतावनी.
Jaisalmer news: चलती बारी में बंद कर दिए मोगे, किसानों ने नहरी विभाग पर लगाए पानी बेचने के आरोप. गुस्साए किसानों ने अधिशासी अभियंता का घेराव कर सुनाई खरी खरी और दी आत्महत्या करने की चेतावनी.
गुस्साए किसानों ने किया अधिशासी अभियंता का घेराव
जैसलमेर के रामगढ़ के नहरी क्षेत्र में स्थित नवातला माईनर में पानी की बारीबन्दी के बीच रामगढ़ के अधिशासी अभियंता ने मोगे बड़े होने की बात कहते हुए मोगों को सही करने के बजाय पूरा ही बंद कर दिया. अपनी बारी पिटती देख गुस्साए किसान अधिशासी अभियंता कार्यालय पहुंचे और रोष प्रकट करते हुए जमकर नारेबाजी की. किसानों ने नहरी विभाग पर पानी बेचने के खुले आरोप लगाए। साथ ही पानी नहीं मिलने की स्थिति में आत्महत्या करने की चेतावनी दे डाली.
किसान पिछले दो दशकों से ले रहें है पानी
किसानों ने बताया कि अधिशासी अभियंता ने मनमानी दिखाते हुए अंतिम छोर पर बैठे अपने चहेतों को सिंचाई का पानी पहुंचाने के लिए 2 से 15 तक के खालों के मोगों को बंद कर दिया. जबकि इन मोगों से किसान पिछले दो दशकों से सिंचाई का पानी ले रहे है . किसानों का कहना है कि अगर मोगे बड़े थे, तो उन्हें नियमानुसार सही करना चाहिए था.
चहेतों को पानी पहुंचाने के लिए मोगों किया बंद
लेकिन नहरी विभाग ने मिली भगत के चलते अंतिम छोर तक अपने चहेतों को पानी पहुंचाने के लिए मोगों को ही बंद कर दिया. किसानों ने ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाई कर सिंचाई का पानी देने की मांग की है. किसानों ने अगर अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाई नहीं हुई तो आत्महत्या करने की चेतावनी दे दी. किसानों का कहना है की हम पिछले दो दशकों से सिंचाई का पानी ले रहे है लेकिन इस बार अपने चहेतों को पानी पहुंचाने के लिए नहरी विभाग ने मोगे को बंद कर दिया , जिसे किसानों के परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
यह भी पढ़ें: तीन चक्रीय सुरक्षा घेरे में होगी मतगणना, बैलट पेपर के बाद शुरू होगी ईवीएम की गिनती