Jaisalmer News: राजस्थान के बारे में घर के बूढ़े बुजुर्ग सालों पहले से ये बात कह चुके थे ,कि जब कलयुग का अंत होगा...तब जैसलमेर में जमीन फाड़ कर खो चुकी सरस्वती नदीं निकलेगी. जैसलमेर में मिले 20  लाख साल पुराने पानी ने वैज्ञानिकों भी हैरान हो गए है. 


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कहा जाता है कि राजस्थान में सालों पहले सरस्वती नहीं बहा करती थी. लेकिन फिर वह विलुप्त हो गई. वहीं बड़े बुजुर्गों का मानना है कि दोबारा से सरस्वती नदी जमीन से अपने आप प्रकट होगी. वहीं अब इस कथन को जैसलमेर में हुए हादसे से जोड़ा जाने लगा है.  मोहनगढ में जमीन से निकलते पानी को देख लोग यही कह रहे हैं. लेकिन पानी के साथ हो रहे गैस रिसाव के चलते लोगों में दहशत है.



वहीं दो दिनों से इस जगह पर कोई मूवमेंट नहीं हो रहा है. लेकिन कहा जा रहा है कि कभी भी पानी फिर से निकल सकता है. 8 से 10 फीट उठ रहे फब्बारे को लेकर भू-जल वैज्ञानिक डॉ. नारायण दास इणखिया ने खास चीजें बताईं. उन्होंने कहा कि पानी ज्यादा दबाव है. इसलिए यहां समुद्र की लहरों की तरह 8 से 10 फीट ऊंचाई तक उछल कर पानी बहने लगा है. 



बता दें कि वर्ष 1994 से 2003 सरस्वती नदी का पता लगाने के लिए खुदाई का काम चला. इस दौरान खुदाई के दौरान जो पानी निकला उसकी जांच में पता चला कि वह 20 लाख साल पहले की निकली सरस्वती काल का माना जा रहा हैं. वर्ष 1994 में काम बीच में ही बंद कर दिया गया था. उस समय खुदाई के लिए  27 लाख रुपए दिए गए थे.