सरहद पार की नापाक हरकत, जासूसी का शक क्योंकि कबूतरों के पंखों पर लिखें हैं ये नंबर, खुफिया जांच शुरू
सफेद कबूतर का जैसलमेर आने का शिलसिला जारी है. जिले की 3 अलग-अलग जगहों से ऐसे सफेद कबूतर पकड़े गए हैं, जिनके पंख अलग-अलग रंगों से रगे हुए हैं. वहीं, पखों पर मोहर लगी हुई है. कुछ नंबर व उर्दू में भी लिखा गया है.
जैसलमेरः जिले से लगती सीमा पार से उड़कर आ रहे हैं, सफेद कबूतर का जैसलमेर आने का शिलसिला जारी है. जिले की 3 अलग-अलग जगहों से ऐसे सफेद कबूतर पकड़े गए हैं, जिनके पंख अलग-अलग रंगों से रगे हुए हैं. वहीं, पखों पर मोहर लगी हुई है. कुछ नंबर व उर्दू में भी लिखा गया है. तीनों कबूतरों को पुलिस की मदद से वन्य जीव विभाग को सौंपा गया है. एक ओर जहां वन्य जीव विभाग इनके दाने-पानी की व्यवस्था कर रहा है, वहीं खुफिया एजेंसियां इनकी पड़ताल में लग गई हैं.
1 कबूतर सोमवार को बडोडा गांव में पकड़ा गया. वहीं, दूसरा मंगलवार को ख्याला मठ म्याजलार के पास मिला. तीसरा कबूतर भी मंगलवार को सरहद के पास सीमा सुरक्षा बल रामगढ़ को मिला. लगातार मिल रहे संदिग्ध लग रहे कबूतरों से खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं, वो इनकी पड़ताल में लगे हैं.
जैसलमेर में लगातार दो दिनों से सरहद पार से आए सफेद कबूतरों के मिलने से हलचल मची हुई है. ये कबूतर सफेद रंग के हैं, मगर इनके पंख लाल, नीला आदि रंगो से रंगे हुए हैं. ऐसे में शक जताया जा रहा है कि इनको पाकिस्तान की तरफ से जासूसी के लिए भी उड़ाया जा सकता है. फिलहाल तीनों कबूतरों को पुलिस और BSF ने वन्य जीव विभाग को सौंपा है, ताकि वो इनका ख्याल रख सकें. वहीं, खुफिया एजेंसियां इनकी पड़ताल में लग गई है.
सीमा पर सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने एक ऐसे कबूतर को पकड़ा जो सीमा पार से आया है और उसके पंख पीछे से रंगे हैं. सफेद कबूतर पर मोहर के साथ साथ उर्दू में भी कुछ लिखा है और कुछ नंबर भी लिखे हुए हैं. पाकिस्तान सीमा के पास म्याजलार गांव में भी एक कबूतर पकड़ा गया. श्री गोरख नगर में एक घर की छट पर बैठे इस कबूतर को गांव के लोगों ने पकड़ा. ग्रामीणों ने बताया कि सफेद कबूतर है, लेकिन उसके पंख पिंक और लाल रंग से रंगे थे. उसने उस कबूतर को पकड़ा तो उसकी पंख पर उर्दू में कुछ लिखा हुआ है.
उसने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने कबूतर को वन्य जीव विभाग को सौंपा. खुफिया एजेंसियों को इसकी जानकारी दे दी है. गौरतलब है कि सीमा पार से पक्षियों के आने का ये कोई नया सिलसिला नहीं है. इससे पहले भी पक्षी पकड़े जा चुके हैं. मगर इस बार एक साथ लगातार मिल रहे संदिग्ध लग रहे कबूतरों से खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं.
रिपोर्टर -शंकर दान