गहलोत सरकार के अंतिम बजट से जैसलमेर के लोगों को बड़ी उम्मीदें, टूरिज्म को लेकर बड़े ऐलान की संभावना
राज्य के मुखिया अशोक गहलोत अपने तीसरे कार्यकाल का अंतिम बजट 10 फरवरी को पेश करने वाले हैं, जिसको लेकर राज्य भर के लोगों की निगाहें उन पर टिकी हुई है और हर कोई उनसे इस बजट को लेकर उम्मीदें लगाए हुए हैं.
जैसलमेर: राज्य के मुखिया अशोक गहलोत अपने तीसरे कार्यकाल का अंतिम बजट 10 फरवरी को पेश करने वाले हैं, जिसको लेकर राज्य भर के लोगों की निगाहें उन पर टिकी हुई है और हर कोई उनसे इस बजट को लेकर उम्मीदें लगाए हुए हैं. वहीं, गहलोत इस बार अपने पिटारे से किस-किस को तोहफा देते हैं और गहलोत का जादू कितना चलता है इसका निर्णय गहलोत सरकार का यह बजट ही तय करेगा.
इस वर्ष के अंतिम पड़ाव में राजस्थान विधानसभा में चुनाव भी होने वाले हैं और इस चुनाव में जादूगर गहलोत के जादू का रंग लोगों पर किस तरह चढ़ता है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. लेकिन फिलहाल इस बजट से राजस्थान वासियों को अच्छी उम्मीदें हैं.
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80% आबादी पर्यटन पर ही निर्भर
राजस्थान की कांग्रेस सरकार का अंतिम बजट 2023 का कल सुबह राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पेश करने जा रहे हैं, वही इस बजट से राज्य का हर कोई वाशिंदा अच्छी उम्मीद लगाए हुए हैं वही सरहदी जिले जैसलमेर की बात करें तो यहां की 80% आबादी पर्यटन पर ही निर्भर है और सीएम गहलोत द्वारा जहां पर्यटन के क्षेत्र में कई सौगातें दी जा चुकी है लेकिन वे धरातल पर कम ही देखने को मिली है वहीं इस बार जैसलमेर के पर्यटन व्यवसायियों को इस बजट से अच्छी उम्मीद है और उनका मानना है कि इस वर्ष जारी होने वाले गहलोत सरकार के बजट से पर्यटन व्यवसाय को पर लगेंगे और जैसलमेर पर्यटन के क्षेत्र में एक नया आयाम पाएगा.
लोगों को पर्यटन पर सीएम की घोषणा का इंतजार
पर्यटन व्यवसायी मयंक भाटिया ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते 4 वर्ष से सरकार पर्यटन व्यवसाय के लिए अच्छा कार्य कर रही है वहीं पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने की घोषणा की गई है उद्योग का दर्जा मिलने से पर्यटन व्यवसायियों की स्थिति मजबूत होगी और बिजली दरों में भी छूट मिलेगी. पर्यटन के लिए अब इस बजट में नई पॉलिसी की उम्मीद है. वहीं उन्होंने बताया कि कोरोना के कारण होटल व्यवसायियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था. इस के लिए राज्य सरकार को ब्याज में छूट देनी चाहिए और पर्यटन को उद्योग का दर्जा मिलने से बिजली दरों में भी छूट मिलेगी. वहीं उन्होंने बताया कि इस बार गहलोत सरकार ने इस बजट का टाइटल बचत, राहत और बढ़त रखा है जो कि अपने आप में सारगर्भित है उम्मीद है कि राज्य सरकार इस पर खरा उतरेगी.
घोषणाएं विज्ञापनों तक सीमित-विपक्ष
राज सरकार के बजट 2023 को लेकर जहां जिले का हर कोई वाशिंदा गहलोत के बजट पर निगाहें टिकाए हैं वहीं भाजपा के जिला मंत्री कवराज सिंह चौहान ने गहलोत सरकार के इस बजट पर चुटकी लेते हुए कहा कि गहलोत सरकार का यह बजट पूर्व के बजट की भांति विज्ञापनो तक ही सीमित है धरातल पर ऐसा कुछ नहीं हो रहा. बजट घोषणाएं बीते 4 वर्ष से गहलोत सरकार द्वारा की जा रही है, लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं हो रहा वहीं उन्होंने बताया कि जैसलमेर की मुख्य समस्याओं में देखा जाए तो किसानों के पास जमीन नहीं है 2004 में भूमि आवंटन की प्रक्रिया चली थी लेकिन उसके बाद जिले के कई किसान ऐसे हैं ल जिन्हें आज तक अपनी जमीन का हक़ नहीं मिला है.
बचत,राहत और बढ़त से अच्छी उम्मीद
चौहान ने बताया कि जिले की स्कूलों में शिक्षक नहीं है जिसके चलते आए दिन अभिभावकों द्वारा विद्यालयों के ताले जड़े जाते हैं वही चिकित्सालय में डॉक्टर नहीं है ब्यूरोक्रेसी पर कंट्रोल नहीं है, पेट्रोल,डीजल व गैस के दामों में दिनोंदिन बढ़ोतरी हो रही है चारों तरफ भ्रष्टाचार है,महिला उत्पीड़न के मामले बढ़ रहे हैं, सरकार के नुमाइंदे आए दिन एसीबी के हत्थे चढ़ रहे है और पायलट-गहलोत की आपसी लड़ाई में गहलोत जहां परेशान हैं वहीं यह बजट केवल विज्ञापनों तक ही सीमित है. यदि यह बजट धरातल पर लागू होता है तो हम इसका स्वागत करते हैं, लेकिन यह माहौल देख हमें नहीं लगता कि गहलोत सरकार का बजट काबिले तारीफ होगा. राजथान सरकार के बजट-2023 की थीम बचत, राहत और बढ़त की जो थीम है वो युवाओं को सुपुर्द है और इस बजट से गहलोत युवाओं के साथ ही प्रदेश के हर वर्ग को खुश करना चाहते हैं.