Jalore: भीनमाल के भरूडी गांव में मनाया गया बिजली महोत्सव
जालौर में बिजली महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में आस-पास के गांवों और जिलों से भारी भीड़ देखने को मिली. इसके अलावा लोगों को जागरूक करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक और बिजली क्षेत्र पर लघु फिल्मों की स्क्रीनिंग का आयोजन किया गया.
Jalore: जिले के भीनमाल निकट भरूड़ी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत उज्ज्वल भारत-उज्ज्वल भविष्य, पावर 2047 - बिजली महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य अधिक से अधिक जनभागीदारी हो और बिजली क्षेत्र के विकास को बड़े पैमाने पर नागरिकों तक पहुंचाया जा सके.
कार्यक्रम में आस-पास के गांवों और जिलों से भारी भीड़ देखने को मिली. इसके अलावा लोगों को जागरूक करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक और बिजली क्षेत्र पर लघु फिल्मों की स्क्रीनिंग का आयोजन किया गया. इस दौरान उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने बिजली के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि किसी भी देश एवं प्रदेश के विकास में बिजली का बहुत बड़ा योगदान होता है. बिजली सिर्फ घरों को रोशन नहीं करती, जीवन को भी सुगम और आरामदायक बिजली ने ही बनाया है. प्रदेश आज तेजी से विकास की दिशा में बढ़ रहा है तो इसमें ऊर्जा क्षेत्र में हुए बेहतर कार्यों का बड़ा योगदान है. देश की आजादी के 75 वर्षों में देश बिजली का निर्यात विदेशों में कर पा रहा है, यह सौभाग्य की बात है.
नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता तेज गति से स्थापित की
कार्यक्रम में विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बताया की उत्पादन क्षमता 2014 में 2,48,554 मेगावाट से बढ़कर आज 4,00,000 मेगावाट हो गई है जो हमारी मांग से 1,85,000 मेगावाट अधिक है. भारत अब अपने पड़ोसी देशों को बिजली निर्यात कर रहा है. 1,63,000 सर्किट किलोमीटर पारेषण लाइनें जोड़ी गईं, जो पूरे देश को एक आवृत्ति पर चलने वाले एक ग्रिड में जोड़ती हैं.
लद्दाख से कन्याकुमारी तक और कच्छ से म्यांमार सीमा तक यह दुनिया में सबसे बड़े एकीकृत ग्रिड के रूप में उभरा है. हम इस ग्रिड का उपयोग करके देश के एक कोने से दूसरे कोने तक 1,12,000 मेगावाट बिजली पहुंचा सकते हैं. हमने COP-21 में वचन दिया था कि 2030 तक हमारी उत्पादन क्षमता का 40% नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से होगा। हमने तय समय से 9 साल पहले नवंबर 2021 तक यह लक्ष्य हासिल कर लिया है. आज हम नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से 1,63,000 मेगावाट बिजली पैदा करते है. हम दुनिया में नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता तेज गति से स्थापित कर रहे हैं.
बुनियादी ढांचे को मजबूत किया
कार्यक्रम में बताया कि 2,01,722 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ हमने पिछले पांच वर्षों में वितरण बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है - 2,921 नए सब-स्टेशन बनाकर, 3,926 सब-स्टेशनों का विस्तार कर, 6,04,465 सर्किट किलोमीटर एलटीलाइनें स्थापित कर, 2,68,838 11 सर्किट किलोमीटर एचटीलाइनें स्थापित कर, 1,22,123 सर्किट किलोमीटर कृषि फीडरों का फीडर पृथक्करण और स्थापना की. 2015 में ग्रामीण क्षेत्रों में आपूर्ति का औसत घंटे 12.5 घंटे था जो अब बढ़कर औसतन 22.5 घंटे हो गया है. सरकार ने बिजली (उपभोक्ताओं के अधिकार) नियम, 2020 पेश किए हैं.
देश में विद्युतीकरण अभियान के रूप में पहचाना
नया कनेक्शन प्राप्त करने की अधिकतम समय सीमा अधिसूचित की गई है.रूफ टॉप सोलर को अपनाकर अब उपभोक्ता बन सकते हैं निर्माता. समय पर बिलिंग सुनिश्चित की जाएगी. मीटर संबंधी शिकायतों को दूर करने के लिए समय-सीमा अधिसूचित. राज्य नियामक प्राधिकरण अन्य सेवाओं के लिए समयसीमा अधिसूचित करेगा. उपभोक्ता शिकायतों के समाधान के लिए डिस्कॉम 24X7 कॉल सेंटर स्थापित करेंगे. 2018 में 987 दिनों में 100% गांव में विद्युतीकरण (18,374) हासिल की. 18 महीनों में 100% घरेलू विद्युतीकरण (2.86 करोड़) हासिल किया. दुनिया के सबसे बड़े विद्युतीकरण अभियान के रूप में पहचाना गया. सौर पंपों को अपनाने के लिए शुरू की गई योजना, जिसके तहत - केंद्र सरकार 30% सब्सिडी देगी और राज्य सरकार 30% सब्सिडी देगी. साथ ही 30 फीसदी लोन की सुविधा मिलेगी.
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कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में सांसद देवजी एम. पटेल, भीनमाल विधायक पूराराम चौधरी, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी,जालोर कँवरलाल सोनी, उपखण्ड अधिकारी, जसवंतपुरा राजेन्द्रसिंह, अधीक्षण अभियंता (जोधपुर डिस्कॉम), जालोर एच. के. संखलेचा, अधिशाषी अभियंता (DDUGJY), नारायणलाल सुथार, पावरग्रिड भीनमाल मुख्य-प्रबंधक हिमांशु खत्री, अधिशाषी अभियंता भीनमाल भरत देवड़ा, विकास अधिकारी राजकुमार जीनगर, केन्द्रीय नोडल अधिकारी राकेश जायल समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे.
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