जालोर: ज़िले के भीनमाल में राज्य सरकार के राजस्थान संस्कृत अकादमी जयपुर संबद्ध कला साहित्य संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग राजस्थान सरकार, श्री महाकवि माघ विकास संस्थान भीनमाल, अंबिका शिक्षा समिति, स्थानीय प्रशासन एवं नगर पालिका मंडल भीनमाल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय महाकवि माघ महोत्सव का शुभारंभ शुरू हो गया. कार्यक्रम के तहत प्रातः काल स्थानीय नेहरू बाल उद्यान में योग सत्र के द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया , जिसमें योग शिक्षक जोरावर सिंह एवं पारसमल घाची के सानिध्य में सैकड़ों नगर वासियों ने योग साधना की.


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कई तरह की प्रतियोगिता का आयोजन


कार्यक्रम समन्वयक डॉ घनश्याम व्यास ने बताया कि परिक्रमा के दौरान ढोल थाली, गीत के साथ नगर वासियों ने पचरंगी पगड़ी धारण कर सांस्कृतिक परंपरा का परिचय दिया. जिसमें राजकीय एवं निजी विद्यालय के सैकड़ों विद्यार्थियों ने नगर परिक्रमा में भाग लिया. तत्पश्चात स्थानीय विकास भवन में मेहंदी एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया भाग लेने वाले प्रतिभागियों को स्वर्गीय प्रीतेश बोहरा की स्मृति में मिष्ठान वितरण भी किया गया.


वहीं, भामाशाह मोहब्बत सिंह द्वारा साफा की व्यवस्था भी की गई थी. कार्यक्रम के दौरान मोहन लाल सिसोदिया, दिनेश नवीन, मोहन लाल परिहार,जबराराम भाटी, दिनेश वत्सल, नेमलाल जीनगर, श्रवण सोनगरा, जितेंद्र सोनगरा, दिनेश जालोरी, जीवन बंजारा, जेठाराम आचार्य, गोपाल चंद, प्रतिभा भोजक, राजू सोलंकी, किशोर माली, मोनिका दवे, जितेंद्र शर्मा, सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे.


देश-दुनिया में भीनमाल का नाम गौरवान्वित


इस दौरान माघ स्मारक पर शहरवासियों ने माल्यार्पण किया गया. उन्होंने बताया कि माघ संस्कृत के देदीप्यमान कवि थे. उन्होंने संस्कृत साहित्य के क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर देश-दुनिया में भीनमाल का नाम गौरवान्वित किया है. उनके संस्कृत साहित्य के क्षेत्र में कार्य को हमेशा प्रेरणादायी रहेगा. उन्होंने कहा कि संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है. संस्कृत पर भारतीय संस्कृति बसी हुई है. उन्होंने कहा कि माघभीनमाल के गौरव है.


माघ संस्कृत में भारत वर्ष के है गौरव
आचार्य विमल शास्त्री ने शिशुपालवधम् महाकाव्य के पदों को विस्तार से बताकर ग्रंथ को संस्कृत का श्रेष्ठतम ग्रंथ बताया. माघ संस्कृत में भारत वर्ष के गौरव है. उन्होंने कहा कि माघ उपमा, अर्थवर व पद लालित्य तीनों गुणों के धनी थे. उन्होंने ने कहा कि कवि माघ ने अपने पास आए निर्धनों व असहायों को कभी खाली हाथ नहीं लौटाया. भारत सरकार की ओर से कवि माघ पर डाक टिकट जारी कर भीनमाल का गौरव बढ़ाया है. वही, महोत्सव के तहत विकास भवन में कार्यक्रम के समापन स्वरूप विशाल सांस्कृतिक संध्या एवं कवि सम्मेलन का आयोजन होगा. जिसमें नगर के विभिन्न प्रतिभागी भाग लेंगे.