Jalore: इस वजह से मोबाइल टावर पर चढ़कर जताया विरोध, जानिए क्या है पूरा मामला
पंचायत समिति के विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार को एपीओ करने की मांग को लेकर दो पंचायत समिति सदस्य टावर पर चढ़ गए.
Jalore: बागोड़ा पंचायत समिति के विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार को एपीओ करने की मांग को लेकर दो पंचायत समिति सदस्य मोबाइल टावर पर चढ़ गए और अपने मांग को पूरी करने की जींद पर अड़े रहे.
बागोड़ा पंचायत समिति के परिसर में प्रधान सविता देवी राणा की अध्यक्षता में साधारण सभा की बैठक रखी गई थी. जिसका उप प्रधान छगन कंवर नरसाणा, भंवरलाल विश्नोई सेवड़ी, आम्बाराम राजपुरोहित लाखनी, गणपत सिंह बाली, सुआ देवी, अनेका कुमारी दामण व कई अन्य डेलीगेटों ने बैठक का बहिष्कार करते हुए समिति के गेट पर धरना प्रदर्शन करने लगे.
इधर समिति प्रांगण में साधारण सभा की बैठक चल रही थी जबकि पंचायत समिति में प्रधान का बोर्ड भाजपा का होने के बावजूद इन डेलीगेटों की लम्बे समय से कोई सुनवाई नहीं होने व विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार के खिलाफ मुख्यमंत्री से के लिए ज्ञापन देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से हताश होकर करीब 12 बजे पंचायत समिति सदस्य भवर लाल विश्नोई सेवड़ी व आम्बाराम राजपुरोहित लाखनी दोनों कस्बे में राजकीय सीनियर सेकेंडरी विद्यालय के प्लोट में लगे निजी कम्पनी के मोबाइल टावर पर चढ़ कर विकास अधिकारी को एपीओ करने की मांग करते रहे.
गौरतलब है कि बागोड़ा पंचायत समिति में भाजपा का बोर्ड है लेकिन अनुसूचित जाति के प्रधान पिछले लंबे समय से दो बार बैठकर स्थगित हो चुकी है और भाजपा समर्थित सदस्य ही विरोध कर रहे हैं सूत्रों की मानें तो सीधे तौर पर यही कहा जा सकता है कि भाजपा के सदस्यों की आपसी लड़ाई बागोड़ा विकास को रोक रही है.
पंचायत समिति सदस्य के मोबाइल टावर पर चढ़ने की जानकारी मिलने पर बागोड़ा तहसीलदार चिमनलाल , सायला उपखंड अधिकारी सूरजभान, बागोड़ा पुलिस निरीक्षक कमल किशोर , सायला पुलिस निरीक्षक प्रदीप मय जाब्ता भी मौके पर पहुंचे. दोपहर बाद जिला परिषद के मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी संजय वासू भी पहुंच कर दोनों डेलीगेट से नीचे उतर अपनी बात रखने की समझाइश की.
वहीं दूसरी तरफ पंचायत समिति परिसर में बैठक में व्यस्त प्रधान सविता देवी राणा को लेकर अपनी ही पार्टी के बहिष्कार कर रहे डेलीगेटों ने नाराजगी जताते हुए प्रधान प्रतिनिधि जबरा राम को खरी खरी सुनाई. यहां तक की प्रधान पद से इस्तीफा देने व अविश्वास प्रस्ताव तक की खुलकर बहसबाजी चली.
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय कुमार वासु अन्य अधिकारियों कि भाजपा के पंचायत समिति सदस्यों से लंबी वार्ता के बाद टावर पर चढ़े दोनों सदस्यों को नीचे उतारा गया. उसके बाद उपखंड कार्यालय में दोनों सदस्यों की मांग को लेकर प्रशासन के साथ वार्ता हुई. वार्ता में भाजपा समर्थित सदस्यों ने भी अपना ज्ञापन दिया एवं वीडियो को हटाने की मांग की मीटिंग स्थगित करने की बात रखी.
वहीं दूसरी तरफ सरपंच संघ व अन्य शेष सदस्यों की तरफ से मुख्य कार्यकारी अधिकारी को ज्ञापन दिया गया जिसमें विकास अधिकारी पर लगाए गए आरोपों का खंडन किया तथा सदस्यों द्वारा की गई इस हरकत पर को लेकर निंदा प्रस्ताव दिया गया.
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