Rajasthan News: जालोर शहर में ओड समाज के द्वारा ओडों की बस्ती में महादेव मंदिर सुन्देलाव तालाब की पाल जालोर मुख्यालय पर पहली बार भागीरथ जयंती मनाई गई. यहां भागीरथ जयंती के दिन गंगा मैया को पृथ्वी पर लाने वाले महान तपस्वी महाराजा भागीरथ की जयंती अपार श्रद्धा के साथ धूमधाम से मनाई गई. इस दौरान वक्ताओं ने महाराजा भगीरथ के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें मानव जगत के कल्याणकारी के आदर्श उनके बताए मार्ग पर चल प्रेरणा लेनी चाहिए.


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भागीरथ जयंती को लेकर महादेव जी मंदिर के प्रांगण में सजे पंडाल में आयोजित कार्यक्रम में महाराजा भागीरथ की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आए राजस्थान विधानसभा मुख्य सचेतक व विधायक जोगेश्वर गर्ग व नवनिर्वाचित जालोर–सिरोही सांसद लुंबाराम चौधरी उपस्थित थे. मुख्य सचेतक व जालोर विधायक गर्ग ने कहा कि महाराजा भागीरथ ने अपने पुरखों की आत्मा शांति व मानवता के कल्याण के लिए कड़ी तपस्या करके माता गंगा को पृथ्वी पर अवतरित किया. 


वहीं, जालौर-सिरोही नवनिर्वाचित सांसद लुंबाराम चौधरी ने कहा कि आज जो महापुरुषों की भागीरथ जयंती मना रहे हैं. यह अपने आप में एक बहुत ही बड़ी जयंती है. सांसद ने समाज के अध्यक्ष और पूरी टीम का धन्यवाद व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि ओड समाज को महाराज भगीरथ के वंश पर गर्व होना चाहिए. उन्होंने समाज के लोगों को उनके आदर्शों पर चलने के लिए भी प्रेरित किया. बाबा भागीरथ महाराज ने कठोर तपस्या करते हुए शरीर का त्याग किया, यह गर्व की बात है. कड़ी तपस्या करते हुए महाराज भागीरथ के द्वारा इस धरती पर गंगा लाई गई अथवा ओड समाज धरती पर गंगा लाने वाले महर्षि भागीरथ महाराज को अपना पूर्वज मानता है. महर्षि भागीरथ मानव माता का कल्याण करने वाले महापुरुष थे, जिनके प्रयास से गंगा माता धरती पर अवतरित हुई. यदि भागीरथ महाराज नहीं होते, तो गंगा माता स्वर्ग से उतरकर नहीं आती जो आज भी मोक्षदायिनी कहलाती हैं. सांसद ने कहा कि महर्षि भागीरथ की जयंती पर सभी को समाज के कल्याण और विकास में अपनी पूर्ण भागीदारी देने का प्रण लेना चाहिए. 


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