बेबस पिता: 14 दिन बाद भी नहीं मिला लापता बेटी का कोई सुराग, हेड कांस्टेबल की भूमिका संदिग्ध?
Jalore: 22 दिन हो चुके है, पर 14 साल की बिटिया का कोई पता नहीं है. अबतक कोई सुराग भी नहीं मिला है, बेबस पिता इधर-उधर बिटिया की खोज में भटक रहा है, जालोर एसपी से भी फरियाद लगा चुका है, पर कुछ नहीं हुआ. हेड कांस्टेबल की भूमिका क्या संदिग्ध है इस मामले में?
Jalore: जालोर के सायला थाना क्षेत्र के उनड़ी गांव की एक चौदह वर्षीय बेटी को अन्य गांव का युवक भगा ले गया. 22 दिन बाद भी बेटी को वापस लाने के लिए पिता को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है. इसमें सबसे बड़ी बात यह है की लड़की नाबालिग है, लेकिन बालिग के दस्तावेज पेश कर आरोपी लड़का उसे अपने पास रखे हुए हैं वहीं सायला पुलिस का एक हेड कांस्टेबल की भूमिका भी संदिग्ध है.
बालिका की फर्जी टीसी के आधार पर आरोपी कुछ लोगो के साथ मिलकर सभी को गुमराह कर रहा है. हालांकि यह भी प्रश्न ही की वो नकली टीसी कैसे बनी,लेकिन सही दस्तावेजों के आधार की बात करे तो लड़की सिर्फ 14 साल की है. उसका विवाह भी हो गया था.लेकिन परिजनों ने गोना नही करवाया था, लेकिन अब आरोपी उस फर्जी बने डॉक्यूमेंट के आधार पर हाईकोर्ट तक को गुमराह कर रहा है.
इसमें कुछ पुलिस वाले व शातिर लोगो को हकीकत पता होने के बावजूद झूठे दस्तावेज से सारा खेल रहे. इस सम्बंध में पिता फरियाद लेकर एसपी कार्यालय पहुंचा,लेकिन यहां भी कार्यालय में उसका देर शाम को परिवाद लिया गया. पिता का आरोप है कि नाबालिग बेटी के साथ आरोपी अन्याय कर रहे है.पुलिस सुनवाई नहीं कर रही है.सायला पुलिस को पूरी जानकारी है. उन्हे फर्जी दस्तावेज के बारे में जानकारी है, फिर भी चुप्पी साधे हुए है.
नकली टीसी बनाने वाले स्कूल के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं.जबकि सायला के उनड़ी में रहने वाली बच्ची ने चितलवाना के स्कूल में कैसे पढ़ाई की. 16 फरवरी को भगा ले गया युवक उनड़ी के एक व्यक्ति ने परिवाद में बताया कि उसकी 14 वर्षीय बेटी अभी नाबालिग है.
जिसको आसाणा गांव के एक युवक ने सोची-समझी साजिश के तहत कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के साथ में लेते हुए मेरी बेटी का अपहरण किया और अपनी बातों में बहला-फुसलाकर गुमराह करते हुए भगाकर ले गया.कथित आरोपी ने उसकी बेटी को 16 फरवरी रात्रि करीब डेढ बजे घर से मिलने के लिए बुलाया और गलत सोच के साथ अपहरण कर लिया है.
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