Jalore: बाल संरक्षण विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
पहले सत्र में धीरज वर्मा ने पोक्सो एक्ट के विभिन्न प्रावधानों के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस बाल कल्याण समिति की भूमिका पर प्रकाश डाला.
Jalore: राजस्थान पुलिस अकादमी जयपुर एवं यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में जिला पुलिस जालोर के सहयोग से बाल संरक्षण विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन पुलिस लाइन स्थित सभागार में जिला कलेक्टर निशांत जैन के मुख्य अतिथि व डॉ.अनुकृति उज्जैनिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जालोर के सुपरविजन में प्रारंभ किया गया.
कार्यशाला के प्रारम्भ में राजस्थान पुलिस अकादमी के धीरज वर्मा ने कार्यशाला के उद्देश्यों को प्रशिक्षण की विषय वस्तु पर प्रकाश डाला. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. अनुकृति उज्जैनिया ने राजस्थान पुलिस टीम एवं परीक्षार्थियों का स्वागत करते हुए बताया कि इस कार्यशाला में जिले के थाना अधिकारी, बाल कल्याण अधिकारी ,किशोर न्याय बोर्ड ,बाल कल्याण समिति सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, एकीकृत बाल सुरक्षा इकाई जिले में कार्यरत विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों, मानव तस्करी यूनिट, विशेष किशोर पुलिस इकाई के प्रतिनिधि इस कार्यशाला में भाग ले रहे हैं. जिनको बाल संरक्षण कानूनों के बारे में जानकारी दी जाएगी.
पहले सत्र में धीरज वर्मा ने पोक्सो एक्ट के विभिन्न प्रावधानों के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस बाल कल्याण समिति की भूमिका पर प्रकाश डाला. दूसरे सत्र में हरिप्रसाद ने बाल श्रम अधिनियम 1986 के संबंध में जानकारी देते हुए प्रकरणों की अनुसंधान प्रक्रिया एवं बाल श्रम का बालकों पर पड़ने वाले प्रभाव एवं बालकों के स्थापना के लिए सरकार की योजनाओं के संबंध में जानकारी दी. दोपहर के सत्र में बाल कल्याण समिति अध्यक्ष नैनसिंह राजपुरोहित ने सीडब्ल्यूसी के गठन उसकी कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालते हुए पोक्सो , बाल श्रम ,बाल विवाह जैसे अपराधों के समिति की भूमिका के बारे में जानकारी दी.
Reporter-Dungar Singh
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