छोटे से विवाद को मूंछ का सवाल बनाकर मुकदमा दर्ज करवा देते हैं लोग- जिला न्यायाधीश
Jalore: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर रविवार को जिले भर में प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर विधिक चेतना शिविरों का आयोजन किया गया.
Jalore: राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर रविवार को जिले भर में प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर विधिक चेतना शिविरों का आयोजन किया गया.
आहोर पंचायत समिति परिसर में नालसा मॉड्यूल मेगा विधिक चेतना शिविर का आयोजन किया गया, जिसमे कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष और जिला न्यायाधीश सिया रघुनाथदान ने कहा कि कई बार लोग छोटे से विवाद को अपनी मूंछ का सवाल मानते हुए मुकदमा दर्ज करवा देते हैं और मामला न्यायालय में पहुंच जाता है, ऐसे छोटे-छोटे विवादों, राजीनामा योग्य प्रकरणों को आपसी समझाइश से निपटा लेना चाहिए.
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उन्होंने मारवाडी में समझाते हुए कहा कि राजीनामे से प्रकरणों का निस्तारण करने पर ’हार हुए नहीं जीत राजीनामु जो करें, और पहले जेडी प्रीत लोक अदालत करें’ उन्होंने कहा कि इसके लिए जो राजीनामा करवाता है या राजीनामा करने के लिए जो कहते हैं. या समझाते हैं वो चाहे गांव के लोग हों, न्यायाधीश हों, वकील हों या पंच हों. सभी समझाने वाले पंच परमेश्वर के समान होते है.
इसलिए राजीनामा की भावना से प्रकरणों का निस्तारण करना चाहिए. उन्होंने अपने अधिकारों और कर्त्तव्यों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने वाहन का बीमा करवाने, वाहन चलाते समय लाइसेंस रखने आदि के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाने की व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताया.
जिला कलेक्टर निशांत जैन ने राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकलापों की सराहना करते हुए कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण गांव ढाणी तक पहुंच कर लोगों को जागरूक करने का कार्य कर रहा है, जिससे लोगों में जागरूकता आई है, लोग अपने अधिकारों के प्रति सजग हुए है.
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश विरेन्द्र कुमार मीणा ने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कि योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया और आयोजित किये जा रहे कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने प्राधिकरण द्वारा वर्षभर में आयोजित की गई गतिविधियों में लाभान्वितों के बारे में विस्तार से बताया.
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उन्होंने आगामी 12 नवंबर को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत का प्रचार प्रसार करने और लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों को जरिये राजीनामा निस्तारण करवाने में आमजन को अपनी भूमिका निभाने हेतु आह्वान किया. आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन से लोगों में जागरूकता आती है, उन्होंने भी लोगों को आपस में मनमुटाव को भुलाकर प्रकरणों में राजीनामा करने हेतु आह्वान किया.
जिला पुलिस अधीक्षक के प्रतिनिधि एएसपी नरेन्द्र चौधरी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और कहा कि पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर है. उन्होंने सामान्य कानूनों और नियमों के बारे में जानकारी दी. कार्यक्रम के दौरान पारिवारिक न्यायालय जालोर की न्यायाधीश शैल कुमारी सोलंकी, अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश जालोर तनसिंह चारण, विशिष्ट न्यायाधीश एससीएसटी कोर्ट पीयूष चौधरी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट महेश कुमार, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या 1 जालोर और न्यायिक मजिस्ट्रेट आहोर चारण आशा, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या 2 जालोर डॉ सरोज सींवर, न्यायिक मजिस्ट्रेट जालोर हर्षिता राठौड, तहसीलदार हितेष त्रिवेदी, विकास अधिकारी मंछाराम के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे. कार्यक्रम का संचालन भरत कुमार शर्मा ने किया. इस दौरान विभिन्न विभागों की ओर से सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी और योजनाओं का फायदा लेने के लिए आवेदन की प्रक्रिया बताई. इससे पूर्व अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की तस्वीर पर मार्ल्यापण कर व द्वीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
Reporter- Dungar Singh