Sanchore: राजस्थान के सांचौर के चितलवाना ग्राम पंचायत की महिला सरपंच प्रेमा देवी बिश्नोई के विकास कार्यो की हर कोई तारीफ कर रहा है. काम भी ऐसे किए कि दूसरे सरपंच भी उस कार्यो को अपनी ग्राम पंचायतों में अपना रहे हैं. कोरोना काल में चितलवाना सरपंच ने निःशुल्क सिलाई प्रशिक्षण केंद्र खोलकर 8 महीनों में 800 महिलाओं को प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया था. इन महिलाओं ने कोरोना के दौरान अपने परिवार का गुजारा किया.


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ट्रैक्टर घर-घर से कचरा संग्रहण कर रहा
सरपंच प्रेमादेवी बिश्नोई द्वारा जरूरतमंद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किए जा रहे कार्य लोगों को प्रेरित करने वाला है. उन्होंने आठ महीने में 800 से ज्यादा महिला एवं किशोरियों को वस्त्र सिलाई का प्रशिक्षण दिया है, जिससे प्रशिक्षित महिलाओं ने खुद का रोजगार शुरू कर लिया. वे अब घर पर ही सिलाई कार्य करती हैं. सरपंच प्रेमा देवी बिश्नोई के काम करने की ललक को देखकर उनके ससुर ठाकराराम गोदारा ने ग्राम पंचायत में 10 लाख की लागत का ट्रेक्टर ट्रॉली भेंट किया, ताकि जो ट्रैक्टर प्रतिदिन बाजार में घर-घर से कचरा संग्रहण कर रहा है, ताकि बाजार में कचरे का ढेर नजर न आयें. साथ ही भामाशाह के सहयोग से तकरीबन 6 लाख की लागत से 25 बड़े कचरा पात्र मुख्य बाजार में रखे गए, ताकि लोग कचरा उस कचरा पात्र में ही डालें.


तीन साल में ही पंचायत को करवाया ओडीएफ प्लस घोषित
उन्होंने जेसीबी की सहायता से बंद पड़े रास्ते पर बबूल की झाड़ियों को कटवाकर रास्ते दुरुस्त करवाए, साथ ही गंदे पानी की निकासी के लिए लीज पिट व चौखटी गड्ढे बनाए गए. इनका फायदा यह हुआ कि तीन साल के कार्यकाल में पेयजल एंव स्वच्छता विभाग व जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार ने ग्राम पंचायत चितलवाना को ओडीएफ प्लस घोषित कर दिया गया है. साथ ही भामाशाह के सहयोग से गांव के मुख्य चौराहे पर यात्री प्रतीक्षालय,सुलभ शौचालय,प्याऊ,सेल्फी पॉइंट व भव्य लाइब्रेरी का निर्माण करवाया जा रहा है. वहीं ग्राम पंचायत स्तर पर दमकल की व्यवस्था भी करने का प्रयास कर रहे है. 


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गांव-ढाणियों को जोड़ने के लिए सड़कों का जाल
वहीं गांव ढाणियों में बंद पड़े रास्ता खुलवाकर ग्रेवल सड़क का काम शुरु करने की प्रक्रिया चल रही है और ठेलिया गांव के ग्रामीणों की मांग पर ठेलिया को राजस्व गांव घोषित करवाया गया है. साथ ही सरपंच ने चितलवाना में साफ-सफाई के लिए चितलवाना चका-चक अभियान, कबड्डी इंडोर स्टेडियम, बास्केटबॉल मैदान, जगह-जगह पानी की व्यवस्था, गांव-ढाणियों को जोड़ने के लिए सड़कों का जाल बिछाया है. वहीं चितलवाना के सरपंच प्रेमा देवी बिश्नोई के पति जगदीश बिश्नोई भी चितलवाना के विकास कार्यो में कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं जगदीश गोदारा ने सन 2015 में चितलवाना सेवा संस्थान नाम की संस्था बनाकर चितलवाना में सामाजिक सरोकार की भावनाओ को लेकर काम शुरू किया. 


बड़ी-बड़ी प्रतियोगिताएं आयोजित
संस्था में भामाशाह के सहयोग से और अपने निजी सहयोग से सामाजिक सरोकार के कार्य शुरू किए. सबसे पहले चितलवाना में संभाग का सबसे बड़ा गरबा महोत्सव की शुरुआत की. इस गरबा मंडल में क्षेत्र के हजारों लोग पहुंचते थे और गरबा महोत्सव में आनंद लेते थे. यह गरबा महोत्सव जोधपुर संभाग का सबसे बड़ा गरबा महोत्सव होता है, जिसमें देश नामी कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देते हैं. इसके साथ ही यहां पर कबड्डी, क्रिकेट, शूटिंग बॉल, कुश्ती सहित बड़ी-बड़ी प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई, जिससे कि खिलाड़ियों की खेल के प्रति भावनाएं बड़ी और सांचौर में राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन भी करवाया. इस प्रतियोगिता के सफल आयोजन के बाद जगदीश बिश्नोई को राजस्थान कबड्डी एसोसिएशन का जॉइंट सेक्रेटरी बनाया गया. साथ ही जगदीश बिश्नोई राजस्थान शूटिंग बॉल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष, जालोर ओलंपिक संघ के अध्यक्ष, जालोर बास्केट बॉल के अध्यक्ष के पद पर भी कार्य कर रहे है.


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जोधपुर संभाग से एक मात्र भारत यात्री 
इसके साथ ही चितलवाना सेवा संस्थान पौधारोपण, एक शाम शहीदों के नाम, जालोर महोत्सव, बाढ़ राहत कार्य, स्वच्छता अभियान, रक्तदान शिविर, खेलकूद प्रतियोगिता, मेला महोत्सव सहित कई सामाजिक सरोकार की भूमिका में नजर आ रहा है. इसी प्रकार जन सरोकार की भावना व सक्रियता को देखते हुए कांग्रेस संगठन में जगदीश बिश्नोई को कांग्रेस सेवा दल यंग बिग्रेड का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है. जगदीश बिश्नोई गत वर्ष राहुल गांधी के साथ 150 दिन में 4000 किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा भी कर चुके है, जो जोधपुर संभाग से एक मात्र भारत यात्री थे.